लंदन में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) पर निशाना साधते हुए संघ की तुलना अरब दुनिया के मुस्लिम ब्रदरहुड से की है. राहुल गांधी ने कहा कि यह भारत में पहली बार हो रहा है ति संस्थाओं पर कब्जा करने की कोशिश की जा रही है. वहीं बीजोपी और आरएसएस ने भी राहुल गांधी के बयान पर पलटवार किया है.
लंदन. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी अपने यूरोप दौरे पर नरेंद्र मोदी सरकार, बीजेपी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) पर जमकर निशाना साध रहे हैं. दरअसल बीते
दिन लंदन में राहुल गांधी ने संघ की तुलना अरब देशों के मुस्लिम ब्रदरहुड से की. राहुल गांधी ने कहा कि भारत में यह पहली बार हो रहा है जब संस्थाओं पर कब्जा करने की कोशिश की जा रही हो. इसके साथ ही राहुल गांधी ने कहा कि आरएसएस सगंठन देश की प्रकृति को बदलने की कोशिश कर रहा है.
लंदन में इंटरनैशनल इंस्टिट्यूट ऑफ स्ट्रैटिजिक स्टडीज (IISS)के एक कार्यक्रम में लोगों को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने संघ पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि संघ भारत की प्रकृति बदलने की कोशिश कर रहा है. राहुल ने आगे कहा कि भारत में दूसरा कोई भी संगठन संस्थाओं पर हमला या कब्जा करने की कोशिश नहीं करता है. अभी हम इस तरह की नई समस्या का सामना कर रहे हैं. राहुल ने आगे कहा कि यह आरएसएस का यह विचार अरब देशों के मुस्लिम ब्रदरहुड विचारधारा जैसा है. राहुल ने आगे आरोप लगाते हुए कहा कि देश में एक ही विचार का शासन होना संघ का आइडिया है.
आरएसएस भारत की प्रकृति को बदलने की कोशिश कर रहा है। अन्य पार्टियों ने भारत की संस्थाओं पर कब्जा करने के लिए कभी हमला नहीं किया। आरएसएस की सोच अरब देशों की मुस्लिम ब्रदरहुड जैसी है : कांग्रेस अध्यक्ष @RahulGandhi #RahulGandhiInLondon
— Congress (@INCIndia) August 24, 2018
वहीं राहुल के इस बयान पर बीजेपी ने उनपर निशाना साधा है. बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने इस बयान को बचकाना बताते हुए कहा कि राहुल के मन में बीजेपी, पीएम मोदी और संघ को लेकर घृणा भरी हुई है. संबित पात्रा ने कहा कि राहुल को इस बयान को लेकर माफी मांगनी चाहिए. दूसरी तरफ संघ ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है. संघ प्रवक्ता राजीव तुली ने मीडिया से कहा कि दिन-रात आरएसएस की सपने आते हैं. उन्होंने कहा कि वे राहुल के सलाहकारों से कहना चाहते हैं कि उन्हें संघ की शाखा में दो साल बिताने चाहिए. इससे उन्हें देश की आत्मा और संस्कृति का ज्ञान हो जाएगा.
बता दें कि इससे पहले राहुल गांधी ने जर्मनी में आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट और बेरोजगारी को जोड़कर उदाहरण दिया था. उन्होंने कहा था कि अगर बड़ी संख्या में लोगों को विकास प्रक्रिया से बाहर रखा जाए तो दुनिया में कहीं भी आंतकवादी संगठन पनप सकते हैं. राहुल गांधी ने आगे कहा था कि भाजपा ने देश में आदिवासियों, दलितों और अल्पसंख्यकों को विकास की प्रक्रिया से बाहर रखा है जो कि एक खतरनाक बात बन सकती है. राहुल ने कहा था कि 21वीं सदी में लोगों को विकास से बाहर रखना बेहद खतरनाक है.
बर्लिन में राहुल गांधी से पूछी 2019 लोकसभा चुनावों की रणनीति तो बोले- पीएम नरेंद्र मोदी नहीं जीतेंगे