कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी लगातार राफेल डील को लेकर नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली बीजेपी सरकार पर हमला बोलते रहे हैं. राहुल का आरोप है कि पीएम नरेंद्र मोदी ने राफेल सौदा हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड से छीनकर अनिल अंबानी की रिलायंस डिफेंस को सौंपा है.
नई दिल्ली. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा. राहुल गांधी ने राफेल घोटाले, आयुष्मान भारत योजना और स्वास्थ्य बीमा को लेकर पीएम नरेंद्र मोदी को घेरा. राहुल गांधी ने ट्वीट कर लिखा, देश का चौकीदार ‘खुल जा सिमसिम’ कब कहता है? अनिल अंबानी को राफेल में 1,30,000 करोड़, 50 करोड़ भारतीयों को आयुष्मान भारत योजना में 2000 करोड़ और 5 लाख के स्वास्थ्य बीमा झुनझुने पर मोदीजी का सालाना प्रति व्यक्ति खर्च सिर्फ 40 रुपये.
राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि पीएम मोदी ने राफेल डील के जरिए अनिल अंबानी को 1,30,000 करोड़ का फायदा पहुंचाया. वहीं 50 करोड़ भारतीयों को आयुष्मान भारत योजना में 2 हजार करोड़ दिए हैं. राहुल का कहना है कि पीएम नरेंद्र मोदी की इस योजना में प्रति व्यक्ति पर सालाना खर्च सिर्फ 40 रुपये है. राफेल मुद्दे को लेकर राहुल गांधी और कांग्रेस लगातार नरेंद्र मोदी की अगुआई वाली बीजेपी सरकार पर घोटाले का आरोप लगाती रही है.
देश का चौकीदार ‘खुल जा सिमसिम’ कब कहता है?
अनिल अम्बानी को राफेल घोटाले में 1,30,000 Cr.
50 करोड़ भारतीयों को Ayushman Bharat-PMJAY में 2000 Cr!
5 लाख के स्वास्थ्य बीमा झुनझुने पर मोदीजी का सालाना प्रति व्यक्ति खर्च मात्र ₹40!
वाह मोदीजी वाह, समाचार ही आपका प्रचार.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) September 28, 2018
इसके अलावा राहुल गांधी ने एक बार फिर नोटबंदी को लेकर शुक्रवार को यहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की केंद्र सरकार पर हमला बोला. उन्होंने आरोप लगाया कि देश की जनता को तो कतार में लगा दिया और चोरों के कालेधन को सफेद कर दिया. राहुल ने दो दिवसीय प्रवास के अंतिम दिन बैकुंठपुर में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, “देश में नोटबंदी कालेधन को समाप्त करने के वादे के साथ की गई थी, समाज के हर वर्ग को लाइन में लगा दिया, मगर सच्चाई यह है कि यह नोटबंदी चोरों का कालाधन सफेद करने के लिए लाई गई.
मोदी बताएं कि नोटबंदी के बाद कितना कालाधन आया.” गांधी ने आगे कहा, “एक तरफ नोटबंदी की गई, दूसरी तरफ गब्बर सिंह टैक्स लगा दिया गया. इससे छोटे, मध्यम व्यापारियों के कारोबार चौपट हो गए. इस वर्ग से टैक्स के नाम पर रकम वसूल कर अनिल अंबानी की जेब में डाली जा रही है.”