हजारों की संख्या में किसान अपनी मांगों को लेकर मंगलवार को दिल्ली पहुंचे. पुलिस ने यूपी-दिल्ली बॉर्डर पर शांतिपूर्वक प्रदर्शन कर आगे बढ़ रहे किसानों पर लाठीचार्ज किया, वॉटर कैनन का इस्तेमाल किया, आंसू गैस के गोले छोड़े. पुलिस की ज्यादती में दर्जनों किसान घायल हुए. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने इसे लेकर मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला. राहुल ने 'विश्व अहिंसा दिवस' पर बीजेपी के दो वर्षीय गांधी जयंती समारोह को लेकर तंज कसा.
नई दिल्लीः मंगलवार को किसान अपनी मांगों को लेकर दिल्ली पहुंचे, जहां उन्हें पुलिस की बर्बरता का शिकार होना पड़ा. उत्तराखंड के हरिद्वार से निकले हजारों की संख्या में किसानों को यूपी-दिल्ली बॉर्डर पर पुलिस ने रोक लिया. पुलिस ने किसानों पर लाठीचार्ज किया, आंसू गैस के गोले छोड़े, वॉटर कैनन का इस्तेमाल किया. दर्जनों किसान चोटिल हुए. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने किसानों की मांगों का समर्थन करते हुए मोदी सरकार को आड़े हाथों लिया. राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा कि ‘विश्व अहिंसा दिवस’ पर बीजेपी का दो वर्षीय गांधी जयंती समारोह किसानों की बर्बर पिटाई से शुरू हुआ.
राहुल गांधी ने नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि बीजेपी ने किसानों की बर्बर पिटाई से अपने दो वर्षीय गांधी जयंती समारोह की शुरुआत की है. राहुल गांधी ने ट्वीट किया, ‘विश्व अहिंसा दिवस पर BJP का दो वर्षीय गांधी जयंती समारोह शांतिपूर्वक दिल्ली आ रहे किसानों की बर्बर पिटाई से शुरू हुआ. अब किसान देश की राजधानी आकर अपना दर्द भी नहीं सुना सकते!’
बताते चलें कि भारतीय किसान यूनियन के बैनर तले उत्तराखंड के हरिद्वार से शुरू हुई ‘किसान क्रांति पदयात्रा’ ने मंगलवार को जैसे ही दिल्ली में प्रवेश करने की कोशिश की वैसे ही उन्हें यूपी-दिल्ली बॉर्डर पर रोक लिया गया. सुरक्षाबलों द्वारा रोके जाने से शांतिपूर्वक प्रदर्शन कर रहे किसान नाराज हो गए. पुलिस से झड़प के बाद गुस्साए किसानों ने बैरिकेटिंग तोड़कर घुसने की कोशिश की. सुरक्षाबलों ने किसानों को रोकने के लिए लाठीचार्ज, आंसू गैस के गोले और वॉटर कैनन का इस्तेमाल किया. दर्जनों किसान घायल हो गए.
विश्व अहिंसा दिवस पर BJP का दो-वर्षीय गांधी जयंती समारोह शांतिपूर्वक दिल्ली आ रहे किसानों की बर्बर पिटाई से शुरू हुआ।
अब किसान देश की राजधानी आकर अपना दर्द भी नहीं सुना सकते! #KisanKrantiYatra
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) October 2, 2018
गौरतलब है कि किसानों के बढ़ते आक्रोश को देखते हुए गृह मंत्री राजनाथ सिंह आगे आए और उन्होंने किसान पदयात्रा का प्रतिनिधित्व कर रहे नेताओं से मंगलवार दोपहर मुलाकात की. राजनाथ सिंह ने भारतीय किसान यूनियन के प्रमुख नरेश टिकैत से फोन पर बात की. बताया जा रहा है कि किसानों की अधिकतर मांगों पर सहमति बन गई है. जिन मांगों पर सहमति बनी है वह हैं- डीजल से चलने वाले पुराने ट्रैक्टरों पर से एनजीटी का बैन हटाया जाएगा. कृषि उपकरणों को जीएसटी के 5 फीसदी टैक्स स्लैब में रखा जाएगा. फसल बीमा की मांग को स्वीकार किया जाएगा और किसानों के उत्पादों को कम कीमत या गलत तरीके से बेचने पर रोक लगाने के लिए सरकार कानून लाएगी.
Kisan Kranti Yatra: सस्ती बिजली और कर्ज माफी समेत इन मांगों को लेकर सड़क पर उतरे हैं 70 हजार किसान