Tharoor vs Khadge : मल्लिकार्जुन के आगे टिक नहीं पाएंगे थरूर, ये हैं दावे

नई दिल्ली : लंबे समय तक चली उठापटक के बाद अब कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव की तस्वीर बदल रही है. अब मैदान में सिर्फ दो ही उम्मीदवारों का नाम जोर-शोर से चमक रहा है. वो है पार्टी राज्यसभा नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और लोकसभा सांसद शशि थरूर। लेकिन इसी बीच दावा भी किया जा रहा […]

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Tharoor vs Khadge : मल्लिकार्जुन के आगे टिक नहीं पाएंगे थरूर, ये हैं दावे

Riya Kumari

  • October 1, 2022 4:17 pm Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

नई दिल्ली : लंबे समय तक चली उठापटक के बाद अब कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव की तस्वीर बदल रही है. अब मैदान में सिर्फ दो ही उम्मीदवारों का नाम जोर-शोर से चमक रहा है. वो है पार्टी राज्यसभा नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और लोकसभा सांसद शशि थरूर। लेकिन इसी बीच दावा भी किया जा रहा है कि थरूर खड़गे के आगे टिक नहीं पाएंगे. आइए समझते हैं इन दावों के पीछे का तर्क.

खड़गे की जीत पक्की?

खड़गे को लेकर किए जा रहे इन दावों का एक कारण इलेक्शन में खड़गे को थरूर पर पूरी तरह से मिल रही बढ़त है. बता दें, इस पद के लिए पहले गहलोत का नाम सबसे आगे था लेकिन राजस्थान की राजनीतिक उठापटक के बाद उन्हें इस रेस से खुद आलाकमान ने ही बाहर कर दिया. इसके बाद असली टक्कर शुरू हुई खड़गे, थरूर और झारखंड के पूर्व मंत्री केएन त्रिपाठी जिनका नामांकन कैंसिल कर दिया गया है. अब केवल दो ही दावेदारों का नाम सामने है जिसमें से खड़गे को लेकर कई दावे हैं. बता दें, कांग्रेस में पार्टी चीफ की पोस्ट के लिए 9,100 प्रतिनिधियों के पास ही वोट देने का अधिकार है. इस चुनाव के नतीजे 19 अक्टूबर को आने वाले हैं.

खड़गे ने दिखाई ताकत

कर्नाटक के खड़गे कांग्रेस के सबसे सीनियर नेताओं में से एक हैं. दक्षिणी भारत से ताल्लुक रखने वाले सीनियर नेता खड़गे इस चुनाव में बतौर पसंदीदा उम्मीदवार उभरे हैं. उन्होंने कांग्रेस के शीर्ष नेताओं के साथ नामांकन पत्रों के 14 सेट जमा किए थे. उनके प्रस्तावकों में अशोक गहलोत, दिग्विजय सिंह, ए के एंटनी, अंबिका सोनी, मुकुल वासनिक तक का नाम है. उनके प्रस्तावकों में आनंद शर्मा, पृथ्वीराज चव्हाण, मनीष तिवारी और भूपेंद्र हुड्डा जैसे नेता शामिल हैं. इससे ये बात तो स्पष्ट है कि उनके साथ पार्टी के कई दिग्गज और ताकतवर नेताओं का समर्थन है. बस यही बात उनके नामांकन को थरूर से ज़्यादा ताकतवर बनाती है.

शशि थरूर ने दाखिल किए थे 5 सेट

दूसरी ओर शशि थरूर की बात करें तो वह खुद जी-23 में शामिल रहे हैं। लेकिन उन्होंने नामांकन पत्रों के कुल 5 सेट ही दाखिल किए हैं. शशि के समर्थकों में कार्ति चिदंबरम, मोहम्मद जावेद और प्रद्युत बोरदोलोई आदि कुछ नेता शामिल हुए थे. खुद थरूर ने चुनाव से पहले अपने प्रतिद्वंद्वी खड़गे को कांग्रेस पार्टी का ‘भीष्म पितामह’ करार दिया है.

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