नई दिल्ली: लोकसभा से 33 सांसदों को पूरे शीतकालीन सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया है. इसके साथ ही राज्यसभा से भी 34 विपक्षी सांसदों को बचे हुए शीतकालीन सत्र के लिए सस्पेंड कर दिया गया है. इसके अलावा राज्यसभा के 11 सांसदों को प्रिविलेज कमेटी की रिपोर्ट आने तक के लिए सस्पेंड किया […]
नई दिल्ली: लोकसभा से 33 सांसदों को पूरे शीतकालीन सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया है. इसके साथ ही राज्यसभा से भी 34 विपक्षी सांसदों को बचे हुए शीतकालीन सत्र के लिए सस्पेंड कर दिया गया है. इसके अलावा राज्यसभा के 11 सांसदों को प्रिविलेज कमेटी की रिपोर्ट आने तक के लिए सस्पेंड किया गया है. इसपर कांग्रेस (Congress on MPs Suspension) के नेता अधीर रंजन चौधरी ने अपनी प्रतिक्रिया दी है. वहीं, कांग्रेस अध्यक्ष और राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे ने ट्वीट कर सरकार की आलोचना की है.
कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी (Congress on MPs Suspension) ने संसद से निलंबन पर कहा कि उनको (बीजेपी) लगता है कि बहुमत के बाहुबल का डंडा घुमाकर सबको ठंडा कर देंगे और सबकी जुबान बंद कर देंगे. रंजन चौधरी ने आगे कहा कि उन्हें नहीं लगता कि सदन में विपक्ष का कोई नेता बचा है. उन्होंने कहा कि मैं भी इस लिस्ट में शामिल हूं. रंजन चौधरी ने कहा कि सुबह से उनकी मांग थी कि सभी निलंबित सांसदों की बहाली हो और गृह मंत्री अमित शाह सदन में जवाब दें. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि संसद और देश की सुरक्षा के लिए सरकार क्या कर रही है उसकी जानकारी सभी को दे. रंचन चौधरी ने यहां तक कह दिया कि सरकार के लोग सदन में आकर बोलने से डरते हैं.
कांग्रेस अध्यक्ष और राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा है कि सबसे पहले घुसपैठियों ने संसद पर हमला किया. उन्होंने आगे लिखा कि उसके बाद मोदी सरकार संसद और लोकतंत्र पर हमला कर रही है. 47 सासंदों को सस्पेंड कर मोदी सरकार ने सभी लोकतंत्रिक मानदंडों को कूड़ेदान में डाल दिया है. हमारी सिर्फ दो ही मांगे हैं-
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