नई दिल्ली: हिमाचल प्रदेश के कांग्रेस विधायक दल की बैठक चंडीगढ़ में होगी। कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक पहले यहां चंडीगढ़ में जीते हुए विधायक मिलेंगे और फिर रणनीति तय की जाएगी. राजस्थान या छत्तीसगढ़ में भी विधायक भेजे जा सकते हैं. कांग्रेस ने विधायकों को घर से लाने-ले जाने तक का जिम्मा हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा को सौंपा है.
इन्हीं सब के दरमियान खबर आती है कि कांग्रेस नेता राजीव शुक्ला चंडीगढ़ जा रहे हैं और तमाम विधायकों को चंडीगढ़ जाने के लिए बुलाया गया है. ऐसा भी कहा जा रहा है कि सभी विधायकों को रायपुर भी लाया जा सकता है. इस मामले में छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने भी बयान दिया है कि वह हिमाचल प्रदेश जाएंगे क्योंकि वो वहां के पर्यवेक्षक थे.
बघेल ने कहा कि उनके साथी बीएस सुरक्षित रहें क्योंकि भाजपा कुछ भी कर सकती है। कांग्रेस नेता राजीव शुक्ला छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा की चंडीगढ़ स्थित कोठी में मुलाकात करेंगे. उसके बाद विधायक कांग्रेस के विजेताओं के लिए चंडीगढ़ या शिमला में कांग्रेस विधायक दल की बैठक बुलाने पर निर्णय लिया जाएगा. सूत्रों के मुताबिक विधायकों को चंडीगढ़ आने की तैयारी करने को कहा गया था.
हुड्डा भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि हिमाचल के सभी विधायक चंडीगढ़ में बैठक करेंगे लेकिन विधायकों को छत्तीसगढ़ लाने की कोई योजना नहीं है. इसके साथ ही हुड्डा ने कहा कि हिमाचल के चुनावी नतीजों का असर हरियाणा पर भी देखने को मिलेगा।
मिली जानकारी के अनुसार, राजीव शुक्ला ने कहा कि हिमाचल प्रदेश की जनता के लिए हम वो सभी विकास कार्य करेंगे जिनसे जनता को परेशानी हो रही थी. सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी की जितनी तारीफ की जाए कम है। वहीं, राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा का खासा असर देखने को मिला।इस दौरान शुक्ला ने कहा कि हम कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के आभारी हैं कि उन्होंने हमें निर्णय लेने की आजादी दी और जिस तरह सहयोग किया. हम हिमाचल की जनता और कार्यकर्ताओं का धन्यवाद करते हैं। साथ ही पर्यवेक्षक भूपेश बघेज ने भी हमारा समर्थन किया।
हिमाचल में कांग्रेस के सीएम पद के उम्मीदवारों में से एक विक्रमादित्य विक्रमादित्य सिंह ने कहा है कि वह राज्य में पूर्ण बहुमत से सरकार बनाएंगे और उनकी सरकार 5 साल तक चलेगी . उन्होंने बीजेपी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि हमें अपने दोस्तों का ध्यान रखना होगा क्योंकि भाजपा कुछ भी कर सकती है और किसी भी स्तर पर आ सकती है.
पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के पुत्र और शिमला विधायक विक्रमादित्य ने कहा कि हिमाचल में मेघालय और गोवा जैसी स्थिति नहीं बनने दी जाएगी. चुनाव परिणाम आने के तुरंत बाद विधायकों को सुरक्षित स्थान पर ले जाया जाएगा। हिमाचल की जमीन पर खरीद फरोख्त की इजाजत नहीं होगी। यदि भाजपा की योजना है, तो एजेंसियों का उपयोग करें या फिर कोई सा दांव चल ले, हम अपने विधायकों को हर कीमत पर सुरक्षित रखेंगे।
बता दें हिमाचल प्रदेश के राजनीतिक क्षेत्र में यह चलन रहा है कि यहां सत्ता हर पांच साल में बदल जाती है. साढ़े तीन दशक से हर पांच साल में सत्ता बदलने की प्रवृत्ति रही है. पांच साल पहले बीजेपी ने कांग्रेस को सत्ता से बेदखल कर दिया था. अब एक बार फिर कांग्रेस की वापसी होती दिख रही है.
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