Congress Mass Protest Rally Against Narendra Modi Government: देश में छाई आर्थिक मंदी को लेकर कांग्रेस पार्टी नरेंद्र मोदी सरकार को घेरने के लिए बड़ी तैयारी कर रही है. आर्थिक मुद्दों पर नरेंद्र मोदी सरकार की कमियों को उजागर करने के लिए कांग्रेस पार्टी 30 नवंबर 2019 को दिल्ली के रामलीला मैदान में भारत बचाओ रैली आयोजित करने जा रही है. माना जा रहा है कि कांग्रेस पार्टी की इस रैली में पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह शामिल होंगे. इसके साथ ही राहुल गांधी और प्रिंयका गांधी वाड्रा के भी इस रैली में शामिल होने की उम्मीद है. कांग्रेस पार्टी की पार्लियामेंट्री स्ट्रेटजी ग्रुप की बैठक में आर्थिक मंदी को लेकर नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ रैली निकालने का फैसला किया गया है.
नई दिल्ली. Congress Mass Protest Rally Against Narendra Modi Government: देश में छाई आर्थिक मंदी को लेकर कांग्रेस पार्टी नरेंद्र मोदी सरकार को घेरने के लिए बड़ी तैयारी कर रही है. आर्थिक मुद्दों पर नरेंद्र मोदी सरकार की कमियों को उजागर करने के लिए कांग्रेस पार्टी 30 नवंबर 2019 को दिल्ली के रामलीला मैदान में भारत बचाओ रैली आयोजित करने जा रही है. इससे पहले कांग्रेस पार्टी ने 1 दिसंबर को अर्थव्यवस्था को लेकर मोदी सरकार के खिलाफ रैली निकालने की घोषणा की थी. अयोध्या के राम जन्मभूमि बाबरी मस्जिद भूमि विवाद पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले ठीक पहले पार्टी ने सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर इसे स्थगित करने का फैसला किया था.
बता दें कि कांग्रेस पार्टी की संसदीय रणनीति समिति के सदस्य पार्टी की कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गांधी के आवास पर पहुंचे थे. जहां पर बैठक के दौरान भारत बचाओ रैली को लेकर रणनीति बनाई गई और फैसला किया गया है कि पार्टी अर्थव्यवस्था की बिगड़ती हालत को लेकर नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ रामलीला मैदान में रैली आयोजित करेगी. इसी मीटिंग में सोनिया गांधी के अलावा मुकुल वासनिक, आशा कुमार, के सुरेश जैसे वरिष्ठ नेता शामिल हुए थे.
माना जा रहा है कि कांग्रेस पार्टी की इस रैली में पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह शामिल होंगे. इसके साथ ही राहुल गांधी और प्रिंयका गांधी वाड्रा के भी इस रैली में शामिल होने की उम्मीद है. मालूम हो कि संसद का शीत कालीन सत्र 18 नवंबर से शुरू हो रहा है जो 13 दिसंबर तक चलेगा. इस दौरान सियासी सरगर्मी अपने चरम पर रहेगी. वहीं इस रैली के कारण राजनीति और गरम होने की संभावना है. इससे पहले खबर सामने आई थी कि कांग्रेस पार्टी देश में छाई आर्थिक सुस्सी, किसानों की समस्या और बेरोजगारी के मसले पर आंदोलन करने वाली है. कांग्रेस का यह कदम ऐसे वक्त में सामने आया है जब सरकार आर्थिक मोर्चे पर जारी सुस्ती को दूर करने के तमाम उपायों को आजमा रही है.
दिल्ली के रामलीला मैदान में आर्थिक मंदी को लेकर नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ कांग्रेस पार्टी की इस रैली की एक वजह और भी है कि आने वाले महीनों में दिल्ली और झारखंड में विधानसभा चुनाव होने हैं, इसे देखते हुए पार्टी मौजूदा हालत का फायदा उठाना चाहती है. अंदरूनी लड़ाई से जूझ रही कांग्रेस को हरियाणा विधानसभा चुनाव में सम्मानजनक सीटें हासिल हुई हैं. वहीं महाराष्ट्र में वह किंगमेकर बनकर उभरी है. ऐसे में इस समय कांग्रेस का मनोबल ऊपर है. यही एक वजह है कि वह विपक्षी पार्टियों के खेमें मे केंद्र और दूसरी पार्टियों को अपनी ताकत का एहसास कराना चाहती है.