Congress Manifesto Lok Sabha Elections 2019: कांग्रेस पार्टी की तरफ से आज दिल्ली में घोषणा पत्र जारी कर दिया है. इस घोषणा पत्र में कांग्रेस पार्टी ने कई अहम बातें कही हैं, जिसमें से शिक्षा और स्वास्थ्य को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने देश के लिए बहुत महत्वपूर्ण बताया है. साथ ही शिक्षा और स्वास्थ्य के लेकर कई अहम वादें किए हैं.
नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव 2019 नाम ही काफी है. ये समझने के लिए की सत्ता के लिए हर पार्टी अपने-अपने प्रचार को लेकर कितनी जद्दोजहद कर रही है. साथ ही पूरे देश की नजर केवल दो पार्टियों पर टिकी है कांग्रेस और भाजपा. वहीं चुनाव के खेल में ये देखना दिलचस्प रहेगा कि कौन पीएम की कुर्सी के करीब होगा और कौन उससे कोसों दूर. खैर, यहां हम बात करेंगे कांग्रेस के मेनिफेस्टो की जो आज दिल्ली में मौजूद कांग्रेस दफ्तर से जारी कर दिया गया है. इस घोषणा पत्र को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने किया है. इसके अलावा राहुल गांधी ने इस घोषणा पत्र में कई अहम बाते कही हैं.
जिसमें से शिक्षा, स्वास्थ्य, भोजन और पोषण सुरक्षा, बाल कल्याण, जल प्रबंधन, स्वच्छता और साफ-सफाई, पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन और आपदा प्रबंधन, हर नागरिक का डिजिटल अधिकार और खेल जैसी अहम बातें मौजूद हैं. राहुल गांधी ने शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में बजट बढ़ाने की बात कही है. राहुल गांधी ने कहा कि जो का मोदी सरकार नहीं कर पा रही है वो काम कांग्रेस आपको कर के देगी. राहुल गांधी ने कहा कि शिक्षा और स्वास्थ्य देश केभविष्य के लिए बहुत जरूरी हैं.
शिक्षा को लेकर राहुल गांधी ने कहा कि GDP का 6 प्रतिशत पैसा देश की शिक्षा में दिया जाए. यूनिवर्सिटीज, आईआईटी, कॉलेज और देश के जो अहम शिक्षा विभाग के साथ-साथ सब लोगों के लिए आसान बनाना चाहते हैं. साथ ही कांग्रेस ने ये वादा किया कि शिक्षा को लेकर राज्य और केंद्र की सरकार सभी बच्चों को शैक्षिक अवसर प्रदान करने के लिये जिम्मेदारी उठाएगी.
साथ ही सभी स्कूल, कॉलेज और विश्वविद्यालय जैसे ज्यादातर सार्वजनिक संसाधनों के माध्यम से अच्छी शिक्षा दी जाएगी. कुल मिला कर एजुकेशन को लेकर कांग्रेस का 6 प्रतिशत का टारगेट है, जिसे लेकर कांग्रेस ने अच्छी शिक्षा देने का वादा किया है. वहीं राहुल गांधी ने स्वास्थ्य को लेकर कहा कि मोदी सरकार का कहना है कि उन्होंने उस पर काम किया है. यूपीए के समय से ही काम किया है. लेकिन फिर भी एक गरीब आदमी को स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर परेशानी का सामना करना पड़ता है.
लेकिन हमारी सरकार स्वास्थ्य को लेकर एक स्किम लाई है, जिसमें सरकारी अस्पतालों को मजबूत बनाने का काम करेगी. हमारा फोकस होगा कि गरीब से गरीब आदमी को अच्छे से अच्छे असपतालों में अच्छे से अच्छे इलाज का अधिकार मिले. ये हमारा फोकस है, हमारे देश की जनता के लिए जो हम उनके लिए करेंगे.
साथ ही कांग्रेस ने ये वादा किया है कि साल 2023-24 तक स्वास्थ्य सुविधाओं पर कुल सरकारी खर्च को दोगुना बढ़ाकर सकल घरेलू उत्पाद का 3 प्रतिशत किया जायेगा. साथ ही कांग्रेस ने सभी के लिये स्वास्थ्य का अधिकार कानून लागू करने का वादा किया है, जो हर नागरिक को स्वास्थ्य सेवाओं, जिनमें मुफ्त डायग्ननोसिस, बहिरंग (ओ.पी.डी.) रोगी की देखभाल, दवाओं और सार्वजनिक अस्पतालों और सूचीबद्ध निजी अस्पतालों के अच्छे नेटवर्क के जरिये भर्ती की सुविधाओं के अधिकार की गारंटी मिलेगी.
Rahul Gandhi at Congress' election manifesto release: When we started this process about a year back, I spoke to Mr Chidamabaram, Mr Gowda & gave 2 instructions. I said this is not a manifesto to be made in closed rooms but this should reflect the wishes of the people of India. pic.twitter.com/gXII8TSHmx
— ANI (@ANI) April 2, 2019
वहीं इस मौके पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के साथ-साथ उनकी मां और पार्टी के पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, राजीव गौड़ा, पी. चिंदबरम और एके एंटनी समेत कई राजनेता शामिल रहे. राहुल गांधी ने इस घोषणा पत्र में कई बातों को सामने रखा और उनके बारे में बात करते हुए कई जनता से कई वादें किए.
Delhi: Congress party releases their election manifesto for #LokSabhaElections2019 pic.twitter.com/fccNKOuSqZ
— ANI (@ANI) April 2, 2019
Congress President Rahul Gandhi on him contesting from Wayanad: They feel that they are not being included in the decisions of this country. So I wanted to send a message to south India that we are with you & we are standing with you. That is why I am standing from Kerala. https://t.co/F5qAcLW7zv
— ANI (@ANI) April 2, 2019
Congress President Rahul Gandhi on him contesting from Wayanad (Kerala): There was a demand for me. There is a very strong feeling in south India that they are not being carried by the current govt. South India feels hostility from Mr Narendra Modi. pic.twitter.com/GuAnhukM74
— ANI (@ANI) April 2, 2019