नई दिल्ली: हाल ही में रामनवमी और हनुमान जयंती के दौरान कई राज्य में हुई हिंसा को लेकर कांग्रेस नेता शशि थरूर ने केंद्र पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि सरकार का काम राष्ट्र का निर्माण करना है, न कि उसे गिराना। मोदी सरकार के इस खराब आचरण के चलते सरकार ने लाखों नागरिकों […]
नई दिल्ली: हाल ही में रामनवमी और हनुमान जयंती के दौरान कई राज्य में हुई हिंसा को लेकर कांग्रेस नेता शशि थरूर ने केंद्र पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि सरकार का काम राष्ट्र का निर्माण करना है, न कि उसे गिराना। मोदी सरकार के इस खराब आचरण के चलते सरकार ने लाखों नागरिकों का विश्वास खो दिया है। उन्होंने कहा कि “दुनिया भर में भारत की छवि गिर रही है. शशि थरूर ने कहा कि मैं जब भी अपने विदेशी दोस्तों से भारत के बारे में सुनता हूँ तो वे हमेसा इन बातो का जिक्र करते है और बोलते है भारत बहुत नकारात्मक है. उन्होंने कहा कि हमे (भारत) बाहर अल्पसंख्यक उत्पीड़न और इस्लामोफोबिया से पहचाना जा रहा है. कांग्रेस नेता ने कहा कि एक समय हमे अपने लोकतंत्र और विविधता के लिए सम्मान से देखा जाता था, लेकिन बीजेपी के आते ही ये सब खत्म हो गया. उन्होंने कहा कि इस सब के लिए ….. .बीजेपी जिम्मेदार है.”
जहागीरपुरी में हुई बुलडोजर कार्रवाई को लेकर कांग्रेस नेता ने कहा कि “सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया था कि यथास्थिति बनाए रखी जानी चाहिए और कार्रवाई आगे नहीं बढ़ाने के लिए कहा, लेकिन उस आदेश के जारी होने के करीब दो घंटे बाद भी बुलडोजर कार्रवाई जारी रही. कांग्रेस नेता थरूर ने कहा कि यह अवैध, मनमाना और असंवैधानिक है, क्योंकि पीड़ितों को कोई नोटिस नहीं दिया गया था.” उन्होंने कहा कि दुकानों, घरों को नष्ट कर दिया गया, ये एक तरीके से आपराधिक कृत्य है, जिसके लिए सरकार पर गंभीर कार्रवाई की जानी चाहिए. उन्होंने कहा कि यह सरकार की लोगों को डराने-धमकाने की एक नई तकनीक है, जो हमारे देश को जलाने वाली है. शशि थरूर ने कहा कि यह भारत के संविधान के मूल्यों पर हमला है.”
बुलडोजर कार्रवाई का मुद्दा सुप्रीम कोर्ट में है. आज फिर से इस मामलें पर सुनवाई होनी है. कोर्ट में 2 जजों की बेंच जस्टिस एल नागेश्वर राव और बीआर गवई जहांगीरपुरी में अतिक्रमण विरोधी अभियान के मामले पर सुनवाई करेगी. इसको लेकर कई लोगों ने याचिका दायर की थी साथ ही बीजेपी शासित राज्यों में चल रही बुलडोजर की कार्रवाई के खिलाफ जमीयत उलेमा ए हिंद की याचिका पर भी सुप्रीम कोर्ट सुनवाई करेगा.