लोकसभा में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने लोकपाल कमिटी मीटिंग में आने को पीएम मोदी के सामने रखी शर्त

कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र लिखकर उनके द्वारा बुलाई गई गुरुवार को होने वाली लोकपाल सलेक्शन मीटिंग में आने से इंकार कर दिया है. उन्होंने इस बैठक में आने के लिए शर्त रखी है. उन्होंने कहा कि वे तब तक इस बैठक में नहीं आ सकते जबतक कि सिंगल लारजेस्ट अपोजीशन पार्टी के नेता को पूर्ण सदस्यता नहीं दी जाती.

Advertisement
लोकसभा में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने लोकपाल कमिटी मीटिंग में आने को पीएम मोदी के सामने रखी शर्त

Aanchal Pandey

  • July 19, 2018 4:31 pm Asia/KolkataIST, Updated 6 years ago

नई दिल्ली. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र लिखकर गुरुवार को होने वाली लोकपाल सलेक्शन मीटिंग में आने से इंकार कर दिया है. मीटिंग में पीएम मोदी के न्यौते पर कहा है कि ‘मैं 19 जुलाई के आयोजित सलैक्शन कमेटी की बैठक में नहीं आ सकता जब तक कि सिंगल लारजेस्ट अपोजीशन पार्टी के नेता को पूर्ण सदस्यता नहीं दी जाती जैसा कि लोकपाल एक्ट 2013 में कहा गया था.’

बता दें कि मुख्य विपक्षी दल का दर्जा पाने और अपने नेता को नेता विपक्ष का दर्जा दिलाने के लिए किसी पार्टी के पास सदन का 10 परसेंट सदस्य होना चाहिए जो कांग्रेस के पास नहीं है. 543 की लोकसभा में उसके पास इस समय 48 सांसद हैं इसलिए ना वो मुख्य विपक्षी दल है और ना खड़गे नेता विपक्ष हैं . लोकपाल कानून में नेता विपक्ष को सदस्य रखा गया है और नेता विपक्ष का दर्जा नहीं होने पर सबसे बड़े विपक्षी दल के नेता को सदस्य रखा गया है. कमिटी में प्रधानमंत्री, चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया, लोकसभा स्पीकर, नेता विपक्ष या सबसे बड़े विपक्षी दल का नेता और एक प्रख्यात न्यायविद सदस्य होते हैं.

बता दें कि संसद में कानून बनाए जाने के बाद भी आज तक लोकपाक को नियुक्त नहीं किया गया है. कोर्ट द्वारा हर बार निर्देश दिए जाने के बाद भी लोकपाल का गठन नहीं हुआ.

लोकपाल की नियुक्ति को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने कहा- उम्मीद है सरकार जल्द करेगी फैसला

अविश्वास प्रस्ताव: संसद में विपक्ष के भारी हंगामे के कारण दोनों सदनों की कार्यवाही मंगलवार तक स्थगित

Tags

Advertisement