नई संसद को ‘मोदी मल्टीप्लेक्स’ कहने पर भड़की बीजेपी, नड्डा बोले- फिर दिखी कांग्रेस की खराब मानसिकता

नई दिल्ली: कांग्रेस पार्टी के महासचिव जयराम रमेश ने शनिवार को नए संसद भवन को ‘मोदी मल्टीप्लेक्स’ करार दिया। जयराम रमेश ने यहां तक कह दिया कि 2024 में जब सरकार बदलेगी, तो संसद भवन की नई इमारत का बेहतर उपयोग किया जाएगा। कांग्रेस नेता के इस बयान पर भाजपा हमलावर हो गई है। भाजपा अध्यक्ष […]

Advertisement
नई संसद को ‘मोदी मल्टीप्लेक्स’ कहने पर भड़की बीजेपी, नड्डा बोले- फिर दिखी कांग्रेस की खराब मानसिकता

Arpit Shukla

  • September 23, 2023 1:52 pm Asia/KolkataIST, Updated 1 year ago

नई दिल्ली: कांग्रेस पार्टी के महासचिव जयराम रमेश ने शनिवार को नए संसद भवन को ‘मोदी मल्टीप्लेक्स’ करार दिया। जयराम रमेश ने यहां तक कह दिया कि 2024 में जब सरकार बदलेगी, तो संसद भवन की नई इमारत का बेहतर उपयोग किया जाएगा। कांग्रेस नेता के इस बयान पर भाजपा हमलावर हो गई है। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि कांग्रेस के निम्नतम स्तर के मुकाबले भी यह बेहद ही खराब मानसिकता को दिखाता है। नड्डा ने इसे भारतीयों का अपमान करार दिया है।

 ये 140 करोड़ भारतीयों की आकांक्षाओं का अपमान

भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा, ‘कांग्रेस पार्टी के निम्नतम स्टैंडर्ड के हिसाब से भी ये दयनीय या कहें खराब मानसिकता है। उन्होंने कहा कि ये 140 करोड़ भारतीयों की आकांक्षाओं के अपमान के अलावा और कुछ भी नहीं है। उन्होंने कहा यह पहला मौका नहीं है, जब कांग्रेस संसद-विरोधी हुई है। नड्डा ने कहा उन्होंने 1975 में भी ऐसा करने की कोशिश की और इसमें वे बुरी तरह फेल हो गए।

जयराम रमेश ने क्या कहा था?

इससे पहले जयराम रमेश ने एक्स पर लिखा था कि इतने प्रचार के साथ लॉन्च किया गया नया संसद भवन वास्तव में प्रधानमंत्री के उद्देश्यों को अच्छी तरह से साकार करता है। उन्होंने कहा कि इसे मोदी मल्टीप्लेक्स या मोदी मैरियट कहा जाना चाहिए। जयराम रमेश ने आगे लिखा कि चार दिनों के भीतर ही मैंने दोनों सदनों के भीतर समन्वय को खत्म होते हुए देखा है। अगर वास्तुकला सच में लोकतंत्र को मार सकती है, तो संविधान को दोबारा लिखे बिना ही पीएम मोदी ऐसा करने में सफल हुए हैं।

उन्होंने आगे कहा कि यहां एक दूसरे को देखने के लिए दूरबीन की आवश्यकता पड़ती है, क्योंकि हॉल बिल्कुल भी कॉम्पैक्ट नहीं है। उन्होंने कहा कि पुराने संसद भवन का एक गौरव था और दोनों सदनों, सेंट्रल हॉल और गलियारों के बीच में चलना आसान था। उन्होंने आगे लिखा कि शायद 2024 में सत्ता बदलने के बाद नए संसद भवन का बेहतर उपयोग किया जा सकेगा।

Advertisement