नई दिल्ली: कांग्रेस ने राम मंदिर के उद्घाटन में शामिल होने के निमंत्रण को अस्वीकार कर दिया है. कांग्रेस आलाकमान के इस फैसले का वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं ने विरोध किया. गुजरात कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक अर्जुन मोढवाडिया ने इसे हटाने के आलाकमान के फैसले की आलोचना की. उन्होंने अपने पोस्ट में कांग्रेस नेता जयराम रमेश […]
नई दिल्ली: कांग्रेस ने राम मंदिर के उद्घाटन में शामिल होने के निमंत्रण को अस्वीकार कर दिया है. कांग्रेस आलाकमान के इस फैसले का वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं ने विरोध किया. गुजरात कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक अर्जुन मोढवाडिया ने इसे हटाने के आलाकमान के फैसले की आलोचना की. उन्होंने अपने पोस्ट में कांग्रेस नेता जयराम रमेश को टैग करते हुए कहा कि भगवान राम हमारे आदर्श हैं. ये लोगों की आस्था और विश्वास का सवाल है. कांग्रेस को राम मंदिर को लेकर कोई राजनीतिक फैसला नहीं लेना चाहिए.
कांग्रेस ने इस निमंत्रण को ये कहते हुए खारिज कर दिया कि ये भाजपा का राजनीतिकरण करने की परियोजना है. धर्म एक निजी मामला है, लेकिन बीजेपी और संघ ने अयोध्या में एक राजनीतिक प्रोजेक्ट लागू किया है. कर्नाटक में राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा का जश्न मनाया जा रहा है. कर्नाटक में कांग्रेस की सरकार है. ऐसे में कर्नाटक सरकार ने आलाकमान के फैसले का समर्थन किया है. बता दें कि कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार ने कहा कि हम सभी हिंदू हैं. मै भारतीय हूँ. मैं भगवान राम का भक्त हूं. मैं हनुमान जी का भक्त हूं. हम सब यहीं से प्रार्थना करते हैं, राम हमारे हृदय में हैं. हमारे दिलों में ऐसा कुछ नहीं है जिसका हम राजनीतिकरण कर सकें.
कांग्रेस ने इस निमंत्रण को ये कहते हुए खारिज कर दिया कि ये भाजपा का राजनीतिकरण करने की परियोजना है. धर्म एक निजी मामला है, लेकिन बीजेपी और संघ ने अयोध्या में एक राजनीतिक प्रोजेक्ट लागू किया है. कर्नाटक में राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा का जश्न मनाया जा रहा है. कर्नाटक में कांग्रेस की सरकार है. ऐसे में कर्नाटक सरकार ने आलाकमान के फैसले का समर्थन किया है. बता दें कि कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार ने कहा कि हम सभी हिंदू हैं. मै भारतीय हूँ. मैं भगवान राम का भक्त हूं. मैं हनुमान जी का भक्त हूं. हम सब यहीं से प्रार्थना करते हैं, राम हमारे हृदय में हैं. हमारे दिलों में ऐसा कुछ नहीं है जिसका हम राजनीतिकरण कर सकें.
राम मंदिर ‘प्राण प्रतिष्ठा’ के निमंत्रण स्वीकार ना करने पर कांग्रेस नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा- भगवान श्री राम तो हम सबके हैं. धर्म का उपयोग और राजनीति नहीं होना चाहिए.
साथ ही इस पर जवाब देते हुए कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने ट्वीट कर कहा राम मंदिर और भगवान श्री राम सबके हैं. बता दें कि कांग्रेस हिंदू विरोधी पार्टी नहीं है, कांग्रेस श्री राम विरोधी नहीं है. दरअसल इसके इस फैसले से पार्टी के कई कार्यकर्ताओं का दिल टूटा है, निमंत्रण को अस्वीकार करना बेहद दुखद है.