नई दिल्ली: कांग्रेस (Congress) पार्टी की सत्ता चुनाव दर चुनाव खत्म होती जा रही है। इस बार के ही विधानसभा चुनाव को देखें तो तीन राज्यों में कांग्रेस को बीजेपी से करारी हार का सामना करना पड़ा है। धीरे-धीरे पूरे देश में बीजेपी की सरकार बनती जा रही है। 28 राज्यों में से कुल 12 […]
नई दिल्ली: कांग्रेस (Congress) पार्टी की सत्ता चुनाव दर चुनाव खत्म होती जा रही है। इस बार के ही विधानसभा चुनाव को देखें तो तीन राज्यों में कांग्रेस को बीजेपी से करारी हार का सामना करना पड़ा है। धीरे-धीरे पूरे देश में बीजेपी की सरकार बनती जा रही है। 28 राज्यों में से कुल 12 राज्यों में बीजेपी की सत्ता है। वहीं, कांग्रेस केवल 3 राज्य- तेलंगाना, कर्नाटक और हिमाचल प्रदेश में सिमट कर रह गई है। क्या वजह बनी कांग्रेस की इस करारी हार का, आइए जानते हैं।
पार्टी की खराब नेतृत्व उसकी हार की सबसे वजह है। कांग्रेस नेतृत्व को पता ही नहीं कि पार्टी के पास मौजूद संसाधनों, जनशक्ति और वोट आधार का क्या किया जाए। यहां नेतृत्व का तात्पर्य केवल गांधी परिवार से नहीं है, बल्कि पार्टी के भीतर जिम्मेदार पदों पर बैठे अन्य लोगों से भी है। कांग्रेस पार्टी की असफलता की सबसे बड़ी वजह हैं उसके नेता। पार्टी ऐसे नेताओं से भरी हुई है जिनमें चुनाव जीतने की कोई इच्छा नहीं है। कुछ गिनती के नेताओं को छोड़कर ज्यादातर कार्यकर्ता नेता बनने का दिखावा करते नजर आते हैं।
ऐसा माना जा रहा है कि कांग्रेस (Congress) की हार में एक मजबूत चेहरे की कमी की अहम भूमिका रही है। अब छत्तीसगढ़ को ही देखें तो कांग्रेस ने यहां अपना चुनाव अभियान निवर्तमान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के इर्द-गिर्द केंद्रित किया। यह भी उसकी बड़ी गलतियों में से एक माना जा रहा है। वहीं, भाजपा को देखें, तो इसने पूरा चुनाव अभियान पीएम मोदी के चेहरे पर केंद्रित रखा। किसी भी राज्य में सीएम का चेहरा नहीं घोषित किया। इस चीज ने एक तरह से बीजेपी के पक्ष में काम किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भाजपा के लिए बड़े पैमाने पर प्रचार किया। पीएम पर केंद्रित चुनाव अभियान ने भी विधानसभा चुनावों में भाजपा की अविश्वसनीय जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
ऐसा देखा जा रहा है कि महिलाओं में पीएम मोदी और भाजपा का क्रेज बहुत ज्यादा है। अब ये चाहे मुफ्त राशन से हो या प्रचार से, पर क्रोज है तो सच है। इस कारण से देश की आधी आबादी का सीधा वोट भाजपा ले गई। कांग्रेस महिलाओं के वोट को अपने पक्ष में नहीं ला पाई।
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कांग्रेस (Congress) पार्टी के नेताओं में एक कमी ये देखने को मिली है कि वे जनता से एक कनेक्शन बनाने में विफल रहे हैं। राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा से कुछ उम्मीद हुई थी कि शायद इससे वे जनता के बीच सही मायनों में पहुंच पाएंगे, लेकिन विधानसभा चुनाव के नतीजों को देखकर ऐसा लग रहा कि राहुल की इस यात्रा ने भी कांग्रेस को कुछ खास फायदा नहीं दिला सकी।