Advertisement
  • होम
  • देश-प्रदेश
  • कांग्रेस को ममता बनर्जी की दया नहीं चाहिए… पश्चिम बंगाल में सीट शेयरिंग पर बोले अधीर रंजन

कांग्रेस को ममता बनर्जी की दया नहीं चाहिए… पश्चिम बंगाल में सीट शेयरिंग पर बोले अधीर रंजन

कोलकाता: पश्चिम बंगाल कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष और लोकसभा सांसद अधीर रंजन चौधरी ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर बड़ा हमला बोला है. उन्होंने टीएमसी प्रमुख पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि वे राज्य की सीटों का ईमानदारी से बंटवारा नहीं करना चाहती हैं. मालूम हो कि कोलकाता के सियारी गलियारों में चर्चा है कि […]

Advertisement
कांग्रेस को ममता बनर्जी की दया नहीं चाहिए… पश्चिम बंगाल में सीट शेयरिंग पर बोले अधीर रंजन
  • January 4, 2024 6:31 pm Asia/KolkataIST, Updated 12 months ago

कोलकाता: पश्चिम बंगाल कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष और लोकसभा सांसद अधीर रंजन चौधरी ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर बड़ा हमला बोला है. उन्होंने टीएमसी प्रमुख पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि वे राज्य की सीटों का ईमानदारी से बंटवारा नहीं करना चाहती हैं. मालूम हो कि कोलकाता के सियारी गलियारों में चर्चा है कि ममता कांग्रेस को दो सीटें देना चाहती हैं. कांग्रेस नेता अधीर ने इसी को लेकर आज बयान दिया है.

प्रधानमंत्री की खुशामद में लगी हैं

अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि ममता बनर्जी इस वक्त प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की खुशामद करने में लगी हुई हैं. यही वजह है कि वे गठबंधन नहीं करना चाहती हैं. अधीर ने कहा कि अगर ममता बनर्जी गठबंधन की राजनीति करेंगी तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को गुस्सा आ जाएगा. ममता दीदी कोई भी ऐसा काम नहीं करना चाहती हैं जिससे मोदी जी को गुस्सा आता हो.

ममता पर भरोसा नहीं कर सकते हैं

कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने आगे कहा कि ममता बनर्जी कह रही हैं कि वो आगामी लोकसभा चुनाव में हमें दो सीटें देंगी. ये वही दो सीटें हैं, जिन पर हमने 2019 के लोकसभा चुनाव में जीत दर्ज की थी. वहां पहले से ही कांग्रेस के सांसद हैं. तो ममता बनर्जी हमें नया क्या दे रही हैं? ये दोनों लोकसभा की सीटें तो हमने तृणमूल कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी को हराकर जीती हैं. अधीर ने आगे कहा कि ममता बनर्जी पर भरोसा नहीं किया जा सकता है.

2019 में किसे कितनी सीट मिली थीं?

गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल में लोकसभा की 42 सीटें हैं. 2019 के लोकसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस ने 43 फीसदी वोट हासिल करते हुए 22 सीटें जीती थीं. वहीं भारतीय जनता पार्टी ने 40 प्रतिशत वोट के 12 सीटों पर विजय हासिल की थीं. कांग्रेस को दो लोकसभा सीट पर जीत मिली थीं.

यह भी पढ़ें-

सीट शेयरिंग में बिगड़ेगा कांग्रेस का खेल? ममता बनर्जी के बयान से बढ़ी हलचल

Advertisement