कांग्रेस संकट: नई दिल्ली। देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस में लगातार चल रही आपसी खींचतान और संकट के बीच 13 से 15 मई तक राजस्थान के शहर उदयपुर में पार्टी का चिंतन शिविर आयोजित होगा. इस शिविर को लेकर पार्टी के कई नेता तैयारियों में जुट गए हैं. बताया जा रहा है कि इस […]
नई दिल्ली। देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस में लगातार चल रही आपसी खींचतान और संकट के बीच 13 से 15 मई तक राजस्थान के शहर उदयपुर में पार्टी का चिंतन शिविर आयोजित होगा. इस शिविर को लेकर पार्टी के कई नेता तैयारियों में जुट गए हैं. बताया जा रहा है कि इस चिंतन शिविर में कांग्रेस पार्टी के अंदर कई बड़े बदलाव किए जा सकते है. जानकारी के मुताबिक इस शिविर में परिवारवाद पर सख्त कदम उठाते हुए ‘एक परिवार, एक टिकट’ के फार्मूले को लागू किया जा सकता है।
खबरों के मुताबिक कांग्रेस पार्टी के अंदर ‘एक परिवार, एक टिकट’ फार्मूले को लागू कर पार्टी भाजपा की तरफ लगाए जाने वाले परिवारवाद के आरोपों का जवाब देना चाहती है. इसके साथ ही कांग्रेस समिति के सदस्यों का कार्यकाल भी 3 साल के लिए तय किए जाने पर विचार किया जा रहा है।
बता दें कि कांग्रेस पार्टी के अंदर इस समय इलेक्शन कैंपेन को मैनेज और कोऑर्डिनेट करने के लिए इलेक्शन विंग बनाने के बारे में गंभीरता से विचार किया जा रहा है. बताया जा रहा है कि इस विंग के लिए एक जनरल सेक्रेटरी भी नियुक्त किया जाएगा।
गौरतलब है कि बीते दिनों दिल्ली में हुई कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने पूर्व अध्य्क्ष राहुल गांधी को भारत दौरा करने का सुझाव दिया था. उनका कहना है कि राहुल के देशभर के दौरा से पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं में जोश भरेगा और संगठन को मजबूती मिलेगी