Rahul Gandhi Dissolves Congress Core Committee: बुधवार को कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की अनौपचारिक बैठक के बाद अध्यक्ष राहुल गांधी ने कांग्रेस कोर कमेटी भंग कर दी है. राहुल गांधी और सोनिया गांधी कांग्रेस की कोर मीटिंग में भी शामिल नहीं हुए थे.
नई दिल्ली. लोकसभा चुनाव 2019 में मिली हार पर कांग्रेस कोर मीटिंग के बाद अध्यक्ष राहुल गांधी ने कांग्रेस कोर कमेटी भंग कर दी है. दरअसल बुधवार को पूर्व केंद्रीय मंत्री ए के एंटनी के मार्गदर्शन में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की अनौपचारिक बैठक हुई जिसमें अहमद पटेल, पी चिदंबरम, गुलाब नबी आजाद, मल्लिकाजुर्न खड़गे, केसी वेणुगोपाल, आनंद शर्मा और रणदीप सिंह सुरजेवाला शामिल हुए. हालांकि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी इस मीटिंग में नहीं पहुंचे. बैठक के बाद कांग्रेस कोर कमेटी भंग कर दी गई.
कोर कमेटी भंग होने के बाद पार्टी प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि पार्टी महासचिव के.सी वेणुगोपाल जल्द ही प्रभारियों की बैठक बुलाएंगे जिसमें आगे की रणनीतियों पर चर्चा की जाएगी. वहीं राहुल गांधी के अध्यक्ष पद से इस्तीफे को लेकर रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि राहुल जी अध्यक्ष थे और रहेंगे.
बता दें कि 17वीं लोकसभा का पहला सत्र 17 जून से शुरू होगा. मोदी सरकार अपने दूसरे कार्यकाल का पहला बजट 5 जुलाई को पेश करेगी. कांग्रेस को सदन में विपक्ष का नेता कौन होगा इसका भी फैसला करना है. पिछली बार कांग्रेस की तरफ से सदन में नेता विपक्ष की जिम्मेदारी निभाने वाले मल्लिकार्जुन खड़गे इस बार लोकसभा चुनाव में अपनी सीट नहीं बचा सके.
ऐसे में कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफे की पेशकश कर चुके राहुल गांधी को पार्टी सदन में नेता विपक्ष बनाने पर विचार कर रही है. दरअसल कांग्रेस राहुल गांधी को विपक्ष की अगुवाई करते देखना चाहती है. अगर राहुल गांधी कांग्रेस अध्यक्ष पद छोड़ेंगे जिसकी संभावना ज्यादा है तो उन्हें राजनीतिक रूप से सदन में ज्यादा सक्रिय रखने की रणनीति पर कांग्रेस चलना चाहेगी. दरअसल लोकसभा चुनावों में करारी हार के बावजूद कांग्रेस के पास राहुल गांधी का विकल्प नहीं है.