नई दिल्लीः लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस मुश्किलों में घिरती जा रही है। एक तरफ कांग्रस के बैंक खाते फ्रिज कर दिए गए हैं तो दूसरी तरफ इनकम टैक्स ने 1800 करोड़ को नोटिस थमा दिया है। इसी बीच एक और खुलासे से कांग्रेस पर मुसिबत बढ़ गई है। सूत्रों के मुताबिक आयकर विभाग को […]
नई दिल्लीः लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस मुश्किलों में घिरती जा रही है। एक तरफ कांग्रस के बैंक खाते फ्रिज कर दिए गए हैं तो दूसरी तरफ इनकम टैक्स ने 1800 करोड़ को नोटिस थमा दिया है। इसी बीच एक और खुलासे से कांग्रेस पर मुसिबत बढ़ गई है। सूत्रों के मुताबिक आयकर विभाग को अहम सबूत मिले हैं। आयकर विभाग को तलाशी के दौरान ऐसे सबूत मिले हैं। जिससे यह पता चला है कि कांग्रेस ने 2019 लोकसभा चुनाव के दौरान अत्यधिक नकदी का इस्तेमाल किया।
कांग्रेस के द्वारा आयकर विभाग के खिलाफ दिल्ली हाईकोर्ट में रिट याचिका दाखिल की गई थी। याचिका में 2013-14 से 2019-20 के लिए इनकम टैक्स डिपार्टमेंट द्वारा की गई पुनर्मूल्यांकन कार्यवाही को चुनौती दी गई थी। सुनवाई के दौरान हाईकोर्ट ने आयकर विभाग द्वारा दी गई उस जानकारी पर विचार किया, जिसमें बताया गया था कि कांग्रेस द्वारा पिछले कई चुनावों में बड़ी मात्रा में नकद पैसे का लेनदेन किया गया है।
अपने पहले के आदेश में कोर्ट ने कहा था कि आयकर विभाग के पास आईटी अधिनियम के तहत जांच के लिए ठोस सबूत है। कोर्ट ने पाया था कि कांग्रेस यह साबित नहीं कर पाई कि इनकम टैक्स द्वारा दी गई जानकारी में सच्चाई नहीं है। कोर्ट ने यह भी कहा था कि 520 करोड़ मूल्याकंन से बच गए होंगे जो 31 मार्च तक किया जाना था। वहीं कांग्रेस ने जांच पूरा होने से पहले ही कोर्ट का रुख किया। इसके चलते अदालत ने आयकर विभाग द्वारा की जा रही मूल्यांकन कार्यवाही पर रोक लगाने से इनकार कर दिया था।