National Herald Case: नेशनल हेराल्ड केस में सोनिया-राहुल पर चार्जशीट को लेकर भड़की कांग्रेस ने ED के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। देशभर में ED ऑफिस के बाहर कांग्रेस कार्यकर्त्ता प्रदर्शन कर रहे। दरअसल प्रवर्तन निदेशालय ने नेशनल हेराल्ड अखबार और एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में मंगलवार को पहली चार्जशीट दाखिल की। इसमें सोनिया गांधी, राहुल गांधी, सैम पित्रोदा और सुमन दुबे का नाम है।
इसके विरोध में आज कांग्रेस देशभर के ईडी ऑफिस के बाहर विरोध प्रदर्शन कर रही है। इस मामले में दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट में 25 अप्रैल को सुनवाई होगी। कोर्ट ने ईडी से मामले की केस डायरी भी मांगी है। 2012 में बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने इस मामले में सोनिया, राहुल और उनकी सहयोगी कंपनियों से जुड़े लोगों के खिलाफ शिकायत की थी।
ED का आरोप है कि कांग्रेस नेताओं ने एक निजी कंपनी ‘यंग इंडियन’ के ज़रिए एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (एजेएल) की 2,000 करोड़ रुपये की संपत्ति को सिर्फ़ 50 लाख रुपये में हथियाने की साज़िश रची। इस कंपनी के 76 फ़ीसदी शेयर सोनिया और राहुल के पास हैं। इस मामले में ‘अपराध से अर्जित आय’ 988 करोड़ रुपये मानी गई। साथ ही, संबंधित संपत्तियों का बाज़ार मूल्य 5,000 करोड़ रुपये बताया गया है।
भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने साल 2012 में दिल्ली के पटियाला हाउस कोर्ट में सोनिया गांधी, राहुल गांधी, मोतीलाल वोरा, ऑस्कर फर्नांडीज, सैम पित्रोदा और सुमन दुबे के खिलाफ एक याचिका दाखिल की थी। इसमें उन्होंने घाटे में चल रहे नेशनल हेराल्ड अखबार को धोखाधड़ी और पैसों की हेराफेरी हड़पने का आरोप लगाया। सुब्रमण्यम स्वामी का आरोप था कि सोनिया-राहुल समेत इससे जुड़े अन्य लोगों ने 2000 करोड़ रुपए की कंपनी को केवल 50 लाख रुपए में ख़रीदा। ऐसा करके वो 2000 करोड़ रुपए की बिल्डिंग पर कब्जा करना चाहते थे। जून 2014 में इस मामले में सोनिया-राहुल समेत अन्य कांग्रेस नेताओं के खिलाफ कोर्ट ने समन जारी किया था। अगस्त 2014 में ED ने मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया। दिसंबर 2015 में दिल्ली की पटियाला कोर्ट सोनिया, राहुल समेत सभी आरोपियों को जमानत दे चुकी है। अब इस मामले में चार्जशीट दाखिल की गई है।