कांग्रेस समेत सात विपक्षी पार्टियों ने उपराष्ट्रपति से मुलाकात कर मुख्य न्यायाधीश दीपक मिश्रा के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव पेश किया. जिसके बाद प्रेस कपिल सिब्बल और गुलाम नबी आजाद ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके बताया कि उन्होंने ये कदम क्यों उठाया. इस रिपोर्ट में पढ़िए क्या कह कांग्रेस के इन दोनों नेताओं ने...
नई दिल्लीः कांग्रेस समेत सात विपक्षी पार्टियों की शुक्रवार को हुई बैठक के बाद कांग्रेस नेता गुला नबी आजाद समेत दूसरे नेताओं ने सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव देने के लिए उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू से मुलाकात की. संसद परिसर में हुई इस बैठक में गुलाम नबी आजाद, केटीएस तुलसी, अभिषेक मनु सिंघवी, कपिल सिब्बल, एनसीपी की वंदना चौहान, सीपीआई के डी. राजा शामिल हैं. गुलाम नबी आजाद ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि, हमने उप राष्ट्रपति से उनके आवास पर करीब 40 मिनट तक मुलाकात की. उन्होंने बताया कि हमने कदाचार के पांच आधार पर भारत के प्रधान न्यायाधीश को हटाने के लिए महाभियोग प्रस्ताव रखा है.
आजाद ने आगे बताया कि महाभियोग प्रस्ताव पर कांग्रेस को सात दलों का समर्थन मिला है. जिसमें एसपी, बीएसपी, सीपीआई, सीपीएम, एनसीपी, मुस्लि लीग शामिल हैं गुलाम नबी आजाद ने बताया कि महाभियोग प्रस्ताव पर 71 सांसदों ने हस्ताक्षर किए थे, लेकिन इनमें से अब सात सांसद सेवानिवृत्त हो चुके हैं, ऐसे में अब ये संख्या 64 रह गई है. आजाद ने कहा कि सीजेआई के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव लाने के लिए राज्यसभा में न्यूनतम संख्या 50 होनी चाहिए. गुलाम नबी आजाद के साथ कपिल सिब्बल भी इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में मौजूद रहे.
सिब्बल ने कहा कि हम देश को बताना चाहते हैं कि हमने यह कदम क्यों उठाया. प्रधान न्यायाधीश जिस तरह से कुछ मुकदमों का निपटारा कर रहे हैं और अपने अधिकारों का प्रयोग कर रहे है, उस पर सवाल उठाए जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि हमने महाभियोग प्रस्ताव पेश किया. संविधान के अंतर्गत अगर कोई भी सुप्रीम कोर्ट का जज गलत व्यवहार करता है तो उसको संसद की अनुमति से जांच के बाद हटाया जा सकता है. इसी संदर्भ में महाभियोग पेश किया गया.
We have moved an impeachment motion seeking the removal of CJI Dipak Misra: Ghulam Nabi Azad after meeting Vice President Venkaiah Naidu pic.twitter.com/h5QSh7Y4vc
— ANI (@ANI) April 20, 2018
When the judges of the Supreme Court themselves believe that the Judiciary's independence is at threat, alluding to the functioning of the office of the CJI, should the nation stand still and do nothing?: Kapil Sibal, Congress on Impeachment Motion against CJI pic.twitter.com/FynsgVlHrk
— ANI (@ANI) April 20, 2018
We wish this day had never come in the fabric of our constitutional framework. Since the day he (Dipak Misra) was appointed as CJI there have been questions raised in the manner in which he has dealt with certain cases: Kapil Sibal, Congress on Impeachment Motion against CJI pic.twitter.com/kXx6N38hr2
— ANI (@ANI) April 20, 2018
71 MPs had signed the impeachment motion (against CJI) but as 7 have retired the number is now 64. We have more than the minimum requirement needed to entertain the motion and we are sure that the Hon Chairman will take action: Ghulam Nabi Azad after meeting Vice President pic.twitter.com/QYLGXjInjU
— ANI (@ANI) April 20, 2018
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