भगोड़े कारोबारी विजय माल्या को लेकर बीजेपी और कांग्रेस के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है. इस बीच कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (AAP) ने पीएम नरेंद्र मोदी से डील के बारे में सवाल किए. साथ ही वित्त मंत्री अरुण जेटली का इस्तीफा मांगा.
नई दिल्लीः लंदन में रह रहे कारोबारी विजय माल्या ने बुधवार को यह कहकर भारतीय राजनीति में सनसनी फैला दी कि देश छोड़ने से पहले वह वित्त मंत्री अरुण जेटली से मिले थे. माल्या के इस बयान के बाद कांग्रेस ने बीजेपी का घेराव करते हुए एक के बाद कई सवाल दागे और अरुण जेटली के इस्तीफे की मांग की. वहीं अब इस मुद्दे में आम आदमी पार्टी (AAP) भी कूद पड़ी है. AAP ने पीएम नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए पूछा, ‘डील क्या है मोदी जी.’ AAP नेताओं ने अरुण जेटली के इस्तीफे की भी मांग की.
दरअसल लंदन में सुनवाई के बाद कोर्ट के बाहर पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए विजय माल्या ने कहा था कि उन्होंने देश छोड़ने से पहले वित्त मंत्री अरुण जेटली से मुलाकात की थी. अरुण जेटली ने माल्या से मुलाकात के दावे का खंडन किया. उन्होंने कहा कि 2014 के बाद से वह माल्या से कभी नहीं मिले. हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि एक बार वह संसद परिसर में उनसे मुलाकात के लिए उनके पास भागते-भागते आए थे और बैंक से लोन से जुड़े मुद्दे पर उनसे कुछ रह रहे थे.
जेटली ने कहा कि उन्होंने उस समय माल्या को वक्त नहीं दिया और कहा कि वह इस समस्या के बारे में उनसे न कहकर बैंकों को जवाब दें. इसके बाद से वह कभी माल्या से नहीं मिले. माल्या के बयान के बाद भारत में घमासान मच गया. हालांकि कुछ देर बाद माल्या एक बार फिर मीडिया के सामने आए और कहा कि उनके बयान का गलत मतलब निकाला गया और अपने पिछले बयान से पलटते हुए उन्होंने कहा कि उनकी कभी भी जेटली से औपचारिक मुलाकात नहीं हुई थी.