नई दिल्ली। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में जीत के बाद बीजेपी ने मुख्यमंत्री के तौर पर मोहन यादव को चुनकर सबको हैरान कर दिया है। अब मोहन यादव पर विपक्षी दल हमलावर हो गए हैं। मध्य प्रदेश का सीएम घोषित करने के एक दिन बाद, कांग्रेस ने मंगलवार (12 दिसंबर) को भाजपा पर तंज करते […]
नई दिल्ली। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में जीत के बाद बीजेपी ने मुख्यमंत्री के तौर पर मोहन यादव को चुनकर सबको हैरान कर दिया है। अब मोहन यादव पर विपक्षी दल हमलावर हो गए हैं। मध्य प्रदेश का सीएम घोषित करने के एक दिन बाद, कांग्रेस ने मंगलवार (12 दिसंबर) को भाजपा पर तंज करते हुए कहा कि मोहन यादव पर कई गंभीर आरोप हैं। कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव जयराम रमेश ने मोहन यादव के खिलाफ बड़े पैमाने पर हेरफेर समेत कई गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने उज्जैन मास्टर प्लान को लेकर सवाल उठाया और पूछा कि क्या यही एमपी के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गारंटी है।
जयराम रमेश ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स ( पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट कर कहा कि चुनाव नतीजों के आठ दिन बाद भाजपा ने मध्य प्रदेश का मुख्यमंत्री चुना, एक ऐसा व्यक्ति जिसके खिलाफ उज्जैन मास्टरप्लान में बड़े पैमाने पर हेरफेर करने समेत कई गंभीर आरोप हैं। उन्होंने कहा कि सिंहस्थ के लिए आरक्षित 872 एकड़ जमीन में से भू-उपयोग बदलकर जमीन अलग कर दी गई थी। उनके कई वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं, इनमें वह गाली-गलौज करते, धमकी देते और आपत्तिजनक बयान देते हुए नजर आ रहे हैं।
रमेश ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘मोदी की गारंटी’ वाले बयान पर उन पर कटाक्ष करते हुए कहा कि क्या यह मध्य प्रदेश के लिए ‘मोदी की गारंटी’ है? रमेश ने अपने दावों के साथ एक न्यूज क्लिपिंग भी शेयर की है। जिसमें सिहस्थ की जमीन से जुड़ी खबर है।