इंफाल/नई दिल्ली। पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर में जारी हिंसा को लेकर कांग्रेस पार्टी राज्य और केंद्र की बीजेपी सरकार पर हमलावर है. इस बीच खबर सामने आई है कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी जल्द ही मणिपुर जाने वाले हैं. राहुल 29-30 जून को हिंसाग्रस्त राज्य मणिपुर जाएंगे. वहीं, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने आज सुबह मणिपुर […]
इंफाल/नई दिल्ली। पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर में जारी हिंसा को लेकर कांग्रेस पार्टी राज्य और केंद्र की बीजेपी सरकार पर हमलावर है. इस बीच खबर सामने आई है कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी जल्द ही मणिपुर जाने वाले हैं. राहुल 29-30 जून को हिंसाग्रस्त राज्य मणिपुर जाएंगे. वहीं, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने आज सुबह मणिपुर हिंसा को लेकर पीएम मोदी की चुप्पी पर सवाल उठाए. उन्होंने पीएम मोदी से मणिपुर के सीएम एन बीरेन सिंह को हटाने की भी बात कही.
मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाली सरकार में मणिपुर में अपनी घोर विफलता को प्रोपेगेंडा के जरिए छिपा नहीं सकती है. कांग्रेस अध्यक्ष ने ट्वीट कर कहा कि ऐसी खबरें चल रही हैं कि मणिपुर के हालात को लेकर आखिरकार केंद्रीय गृह मंत्री ने प्रधानमंत्री मोदी से बात की है. लेकिन पिछले 55 दिनों से पीएम मोदी ने मणिपुर की स्थिति को लेकर एक शब्द नहीं कहा है. पूरा देश उनकी ‘मणिपुर की बात’ सुनने की प्रतीक्षा कर रहा है.
इसस पहले शनिवार को मणिपुर हिंसा को लेकर राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में सर्वदलीय बैठक हुई. संसद भवन में हुई इस बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सभी राजनीतिक पार्टियों को मणिपुर के मौजूदा हालातों के बारे में जानकारी दी. करीब 3 घंटे चली इस मीटिंग में भाजपा, कांग्रेस, टीएमसी, आरजेडी और वाम दलों सहित कई राजनीतिक पार्टियों ने हिस्सा लिया.सर्वदलीय बैठक में समाजवादी पार्टी की ओर से मणिपुर में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की गई. वहीं, मीटिंग खत्म होने के बाद राष्ट्रीय जनता दल के सांसद मनोज झा ने कहा कि सर्वदलीय बैठक में खुले मन से चर्चा हुई. सभी राजनीतिक दलों ने अपनी बात रखी. मणिपुर के मौजूदा राजनीतिक नेतृत्व को लेकर लोगों में अविश्वास है.
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