नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बच्चों के बीच परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम में हैं। इस इवेंट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बच्चों को कई गुरूमंत्र दे रहे हैं और कार्यक्रम को संबोधित कर रहे हैं। पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि प्रतिस्पर्धा स्वस्थ होनी चाहिए, दोस्तों के प्रति ईर्ष्या की भावना नहीं होनी चाहिए। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि दूसरों से नहीं, खुद से प्रतिस्पर्धा करें जहां आप मजबूत हैं, वहां आप उसकी मदद करें और जिस विषय में वे मजबूत हो, उससे आप सहायता लें। इससे दोनों मिलकर परीक्षा के तनाव को खत्म कर सकते हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि किसी भी शिक्षक के मन में जब यह विचार आता है कि मैं छात्र के इस तनाव को कैसे दूर करूं? उन्होंने कहा कि अगर शिक्षक और छात्र का नाता परीक्षा के कालखंड का है तो सबसे पहले तो वो नाता सही करना चाहिए। पीएम ने कहा कि छात्र के साथ आपका नाता पहले दिन से परीक्षा आने तक निरंतर बढ़ते रहना चाहिए तो शायद परीक्षा के दिनों में तनाव की नौबत ही ना आए।
उन्होंने कहा कि आज मोबाइल का जमाना है, क्या कभी किसी छात्र ने आपको फोन किया है? पीएम ने शिक्षकों को मंत्र देते हुए कहा कि जिस दिन आप पाठ्यक्रम से आगे निकलकर उससे नाता जोड़ोगे तो वो अपनी छोटी-मोटी समस्याओं को लेकर भी आपसे अपनी मन की बात करेगा।
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