नई दिल्ली: कॉफी एक फेमस ड्रिंक है और लोग इसे पीना काफी पसंद करते हैं। चाय के विकल्प के रूप में लोग इसका सेवन करते हैं इसके अलावा इसका इस्तेमाल अन्य खाद्य पदार्थ तैयार करने में भी किया जाता है। कॉफी को हमेशा छायादार स्थान पर ही उगाना चाहिए क्योंकि बहुत अधिक धूप वाली जगह […]
नई दिल्ली: कॉफी एक फेमस ड्रिंक है और लोग इसे पीना काफी पसंद करते हैं। चाय के विकल्प के रूप में लोग इसका सेवन करते हैं इसके अलावा इसका इस्तेमाल अन्य खाद्य पदार्थ तैयार करने में भी किया जाता है। कॉफी को हमेशा छायादार स्थान पर ही उगाना चाहिए क्योंकि बहुत अधिक धूप वाली जगह पर कॉफी उगाने से उसकी गुणवत्ता और उपज प्रभावित होती है। जबकि छायादार स्थान पर कॉफी की गुणवत्ता और उपज दोनों ही अच्छी होती है। इसके अलावा, इसकी खेती के लिए अधिक बारिश की आवश्यकता नहीं होती है, कॉफी की खेती के लिए 150 से 200 सेमी की वर्षा उपयुक्त होती है।
इसे सर्दियों में नहीं उगाना चाहिए। इसके पौधे की वृद्धि मौसम के लिए रुक जाती है। आपके पौधों की वृद्धि के लिए 18-20 डिग्री का तापमान अच्छा माना जाता है, लेकिन यह गर्मी के मौसम में अधिकतम 30 डिग्री और सर्दियों के मौसम में न्यूनतम 15 डिग्री तक ही सहन कर सकता है। इस कॉफी को उगाने के लिए मिट्टी की मिट्टी आवश्यक है। इसके अलावा, इसमें कार्बनिक पदार्थ होना चाहिए। इसके लिए खेत की मिट्टी का पीएच मान 6 से 6.5 के बीच होना चाहिए।
कॉफी की खेती मुख्य रूप से पहाड़ी इलाकों में होती है। इसकी खेती के लिए वह सबसे पहले खेतों की अच्छी तरह जुताई कर मिट्टी को साफ करते हैं। इसके बाद खेत को अच्छी तरह समतल कर लेते है। फिर इसे कुछ दिनों के लिए ऐसे ही छोड़ दें। खेत को समतल करने के बाद चार से पांच मीटर की दूरी पर कतारें बना लें और प्रत्येक पंक्ति में पौधे लगाने के लिए चार मीटर की दूरी पर गड्ढे तैयार किए जाते हैं।
जब गड्ढा तैयार हो जाए तो मिट्टी में पर्याप्त मात्रा में जैविक और रासायनिक खाद मिलाकर गड्ढे में रख दिया जाता है। सभी कुओं को भरने के बाद उन्हें अच्छी तरह से पानी दें। गड्डो में मिट्टी ठीक से बसने के लिए, गड्डो को पुलाव से ढका जाता है और पौधों को लगाने से एक महीने पहले गड्डो को तैयार करना चाहिए।