यूपी: लखनऊ। राम मंदिर के गर्भगृह निर्माण की शिलापूजन के लिए मुख्यमंत्री योगी आज अयोध्या पहुंच गए है। जहां पर उनका अयोध्या के सांसद लल्लू सिंह, अयोध्या विधानसभा से विधायक वेद प्रकाश गुप्ता, रूदौली से विधायक राम चंद्र यादव ने स्वागत किया। उत्तर प्रदेश: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अयोध्या पहुंचे। आज मुख्यमंत्री राम मंदिर के गर्भगृह […]
लखनऊ। राम मंदिर के गर्भगृह निर्माण की शिलापूजन के लिए मुख्यमंत्री योगी आज अयोध्या पहुंच गए है। जहां पर उनका अयोध्या के सांसद लल्लू सिंह, अयोध्या विधानसभा से विधायक वेद प्रकाश गुप्ता, रूदौली से विधायक राम चंद्र यादव ने स्वागत किया।
उत्तर प्रदेश: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अयोध्या पहुंचे। आज मुख्यमंत्री राम मंदिर के गर्भगृह निर्माण के लिए शिलापूजन करेंगे। pic.twitter.com/VS4dRWvot8
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सीएम योगी ने अयोध्या पहुंचने के बाद सबसे पहले हनुमान गढ़ी (Hanuman Garhi) पहुंचे। जहां पर उन्होंने दर्शन करने के साथ पूजा-अर्चना भी की। इस दौरान मुख्यमंत्री (Yogi Adityanath) के साथ हनुमान गढ़ी के महंत राजू दास भी मौजूद रहे।
उत्तर प्रदेश: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या के हनुमानगढ़ी मंदिर पहुंचकर पूजा अर्चना की। pic.twitter.com/P4NxkfUg3U
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राम मंदिर के गर्भ गृह की आधारशिला का पहला पत्थर आज अयोध्या में सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रखेंगे। इस दौरान वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ विधिवत पूजा भी की जाएगी। पत्थर रखने के साथ ही मंदिर निर्माण के दूसरे चरण के तहत गर्भ गृह निर्माण का कार्य शुरू हो जाएगा।
राम मंदिर के गर्भ गृह की आधारशिला रखने के दौरान कई हस्तियां अयोध्या में मौजदू रहेंगी। जिसमें मुख्यमंत्री योगी, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, राम जन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष मंहत नृत्य गोपाल दास, महामंत्री चंपत राय शामिल है। बताया जा रहा है कि गर्भ गृह की आधारशिला रखने के बाद इसका निर्माण कार्य 2023 के दिसंबर महीने तक पूरा हो जाएगा।
गौरतलब है कि 9 नवंबर 2019 को देश की सबसे बड़ी अदालत सुप्रीम कोर्ट राम मंदिर के पक्ष में फैसला दिया था। जिसके बाद प्रधानमंत्री मोदी ने 5 अगस्त 2020 को मंदिर निर्माण की आधारशिला रखी थी। फिलहाल मंदिर के पहले चरण का निर्माण पूरा हो गया है। जिसमें मंदिर के चबूतरे का निर्माण किया गया है। जानकारी के मुताबिक मंदिर निर्माण में राजस्थान के भरतपुर के बंसी पहाड़ से निकाले गए पत्थरों का इस्तेमाल हो रहा है। जिनपर फिलहाल नाह शैली में कलाकृति बनाने का कार्य किया जा रहा है।
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