नई दिल्ली: महाकुंभ 2025 के तीसरे और आखिरी अमृत स्नान का पवित्र आयोजन आज प्रयागराज में संगम तट पर हो रहा है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद इस अमृत स्नान की निगरानी कर रहे हैं. वह सुबह साढ़े तीन बजे से ही अपने सरकारी आवास के वॉर रूम से पूरे घटनाक्रम पर नजर रख रहे हैं. मौसम विभाग के मुताबिक, 4 फरवरी को भी दिल्ली में आंधी-तूफान के साथ बारिश की संभावना है. 8 फरवरी तक न्यूनतम तापमान गिरकर 9 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने की संभावना है.
आज बसंत पंचमी के पावन पर्व पर महाकुंभ का आखिरी अमृत स्नान चल रहा है. अलग-अलग अखाड़ों के साधु-संत जुलूस निकालकर संगम तट पर डुबकी लगाने पहुंच रहे हैं. सीएम योगी आदित्यनाथ खुद अमृत स्नान की निगरानी कर रहे हैं. सीएम सुबह साढ़े तीन बजे से ही अपने सरकारी आवास के वॉर रूम से मॉनिटरिंग कर रहे हैं. सीएम योगी, डीजीपी, प्रमुख सचिव गृह और मुख्यमंत्री कार्यालय के अधिकारियों के साथ मॉनिटरिंग कर रहे हैं. सीएम योगी बसंत पंचमी के अमृत स्नान को लेकर लगातार अपडेट कर जरूरी निर्देश दे रहे हैं.
दिल्ली में एक बार फिर मौसम में बदलाव का अनुमान है. आने वाले कुछ दिनों में तापमान में गिरावट की संभावना है. कंपकंपा देने वाली ठंड का असर भी देखने को मिल सकता है. IMD ने आज यानी सोमवार के लिए येलो अलर्ट जारी किया है. कुछ स्थानों पर घना कोहरा छाया रह सकता है. रात के समय बारिश की संभावना है. राष्ट्रीय राजधानी में सोमवार को अधिकतम और न्यूनतम तापमान क्रमश: 22 और 9 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है.
स्वामी कैलाशानंद गिरि ने कहा, ”सभी 13 अखाड़ों ने त्रिवेणी संगम में पवित्र डुबकी लगाई. हमने मां गंगा और भगवान शिव की पूजा की. सभी नागा बेहद उत्साहित हैं. यह हमारा तीसरा ‘अमृत स्नान’ था. मैं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को बधाई देता हूं क्योंकि उन्होंने 13 अखाड़ों के लिए बहुत अच्छी व्यवस्था की है। जो लोग ‘सनातन धर्म’ को नहीं मानते, उन्हें इस ‘शाही स्नान’ से सबक लेना चाहिए और देखना चाहिए कि आज भी सनातन संतों के साथ है और संत सनातन के साथ हैं.
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा लगाए गए टैरिफ के बाद सोमवार को चीन का युआन अपतटीय व्यापार में रिकॉर्ड निचले स्तर पर पहुंच गया, वहीं मैक्सिकन पेसो और कैनेडियन डॉलर कई सालों के निचले स्तर पर गिर गए हैं. ट्रंप के एक्शन के बाद ट्रेड वॉर बढ़ने की आशंका जताई जा रही है.
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के अपने एनवीएस-02 उपग्रह को वांछित कक्षा में स्थापित करने के प्रयासों को उस समय झटका लगा जब अंतरिक्ष यान में स्थापित थ्रस्टर काम करने में विफल रहे। अंतरिक्ष एजेंसी ने रविवार को यह जानकारी दी. भारत के अपने अंतरिक्ष-आधारित नेविगेशन सिस्टम के लिए महत्वपूर्ण माने जाने वाले एनवीएस-02 उपग्रह को 29 जनवरी को जीएसएलवी-एमके 2 रॉकेट के माध्यम से लॉन्च किया गया था। श्रीहरिकोटा अंतरिक्ष केंद्र से यह इसरो का 100वां प्रक्षेपण था।
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