नई दिल्ली: यूपी के पूर्व सीएम और बीएसपी चीफ मायावती को कौन नहीं जानता है लेकिन फिलहाल वह बीजेपी विधायक राजेश चौधरी द्वारा की गई विवादित टिप्पणी को लेकर चर्चे में हैं. बीजेपी विधायक ने एक निजी चैनल के लाइव शो के दौरान उनके खिलाफ विवादित टिप्पणी की थी. अब इस पर सपा प्रमुख अखिलेश […]
नई दिल्ली: यूपी के पूर्व सीएम और बीएसपी चीफ मायावती को कौन नहीं जानता है लेकिन फिलहाल वह बीजेपी विधायक राजेश चौधरी द्वारा की गई विवादित टिप्पणी को लेकर चर्चे में हैं. बीजेपी विधायक ने एक निजी चैनल के लाइव शो के दौरान उनके खिलाफ विवादित टिप्पणी की थी. अब इस पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है.
अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया कि उप्र के एक बीजेपी विधायक द्वारा उप्र की एक भूतपूर्व महिला सीएम के खिलाफ अभद्र भाषा यहीं दर्शाती है कि बीजेपी के मन में महिलाओं और वंचित-शोषित समाज के लिए सम्मान नहीं है. उनके अंदर कटुता भरी पड़ी है.
अखिलेश यादव ने आगे कहा कि राजनीतिक मतभेद अपनी जगह पर होते हैं, लेकिन एक महिला का मान-सम्मान खंडित करने का अधिकार किसी को नहीं है. बीजेपी कह रही है कि उन्हें सीएम बनाकर हमने गलती की थी. ये भी लोकतांत्रिक देश में जनमत का अपमान है और बिना किसी सबूत के किसी के खिलाफ आरोप लगाना कि वो सबसे भ्रष्ट सीएम थीं, बेहद आपत्तिजनक है.
अखिलेश यादव ने कहा कि बीजेपी के विधायक के ऊपर, सार्वजनिक रूप से दिये गये इस बयान के लिए मानहानि का मुकदमा दर्ज होना चाहिए. बीजेपी ऐसे विधायकों को बढ़ावा देकर महिलाओं के मान-सम्मान को गहरी ठेस पहुँचा रही हैं. अगर ऐसे लोगों के खिलाफ बीजेपी तुरंत कोई एक्शन नहीं लेती है, तो हमें यह मान लेना चाहिए कि ये किसी एक विधायक का व्यक्तिगत विचार नहीं है, बल्कि पूरी बीजेपी का है.