कोलकाता: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी ने कुछ दिनों पहले नीति आयोग की बैठक में शामिल होने की बात कही थी. ये बैठक 27 मई को दिल्ली में आयोजित होने वाली है. लेकिन अब खबर आ रही है कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी बैठक में शामिल होने के लिए दिल्ली नहीं […]
कोलकाता: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी ने कुछ दिनों पहले नीति आयोग की बैठक में शामिल होने की बात कही थी. ये बैठक 27 मई को दिल्ली में आयोजित होने वाली है. लेकिन अब खबर आ रही है कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी बैठक में शामिल होने के लिए दिल्ली नहीं जाएंगी. इतना ही नहीं रविवार को होने जा रहे नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह में भी ममता बनर्जी शामिल नहीं होंगी। इस बात की घोषणा वह पहले ही कर चुकी हैं. ऐसे में इन दो फैसलों से ममता सरकार और केंद्र सरकार के बीच टकराव और भी बढ़ने के आसार दिखाई दे रहे हैं.
गौरतलब है कि पूर्व में ही कई बार सीएम ममता बनर्जी ने कई बैठकों का बहिष्कार किया है. हालांकि बाद में उन्होंने अपना रुख बदलते हुए बैठकों में भाग लिया था लेकिन इस बार एक बार फिर उनका पुराना रुख नज़र आ रहा है. बता दें, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी इन दिनों विपक्षी पार्टियों के प्रमुख और सुप्रीम लीडर्स से मुलाकात कर रही हैं। लोकसभा चुनाव के लिए विपक्षी पार्टियों की एकता में उनकी भी महत्वपूर्ण भूमिका रहने वाली है जिसे नज़रअंदाज़ नहीं किया जा सकता है.
दूसरी ओर उन्होंने बीते दिनों दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल व पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान से मुलाकात की थी और केंद्र के अध्यादेश के खिलाफ सीएम केजरीवाल को अपना समर्थन भी दिया था. ममता बनर्जी ने उद्घाटन समारोह में शामिल नहीं होने के फैसले के बाद नीति आयोग की बैठक में शामिल होने को लेकर अपना फैसला बदला है. साथ ही बंगाल की मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया है कि नीति आयोग की बैठक में खूब भाषणबाजी की जाती है. उन्हें घंटों तक बैठाया जाता है और सबसे अंत में बोलने का मौका दिया जाता है.
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