पुणे/मुंबई: हिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीत की प्रसिद्ध गायिका डॉ प्रभा अत्रे का दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया है. उन्होंने 92 साल की उम्र में अपनी आखिरी सांस ली है. प्रभा अत्रे ने किराना घराने की धरोहर को देश-दुनिया में लोकप्रिय बनाया था. 20वीं सदी की सबसे उम्दा कलाकार में से एक प्रभा ने […]
पुणे/मुंबई: हिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीत की प्रसिद्ध गायिका डॉ प्रभा अत्रे का दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया है. उन्होंने 92 साल की उम्र में अपनी आखिरी सांस ली है. प्रभा अत्रे ने किराना घराने की धरोहर को देश-दुनिया में लोकप्रिय बनाया था. 20वीं सदी की सबसे उम्दा कलाकार में से एक प्रभा ने न सिर्फ शास्त्रीय संगीत की परंपरा को आगे बढ़ाया, बल्कि वो अकादमी, रिसर्च और लेखन के क्षेत्र में भी बेहतरीन थीं.
बता दें कि जब भी देश-विदेश में शास्त्रीय संगीत की लोकप्रियता को लेकर बात होगी, डॉ प्रभा अत्रे के योगदान को कभी नहीं भुलाया जा सकेगा. यही वजह है कि डॉ प्रभा को भारत सरकार ने अलग-अलग वक्तों में तीनों ही पद्म अवॉ्र्ड्स से सम्मानित किया है.
डॉ प्रभा अत्रे का जन्म 13 सितंबर 1932 को महाराष्ट्र के पुणे में आबासाहेब और इंदिराबाई के घर पर हुआ था. बहन ऊषा के साथ प्रभा को भी बचपन से ही संगीत में रुचि थी, लेकिन उन्होंने कभी इसे करियर बनाने का नहीं सोचा था. इस बीच जब वो 8 साल की थी तब उनकी मां की तबियत बिगड़ी. इस दौरान लोगों ने कहा कि उनके स्वास्थ्य पर शास्त्रीय संगीत का अच्छा प्रभाव पड़ेगा. बस फिर क्या था, प्रभा ने जो तानपूरा ताना तो फिर आखिरी सांस तक नहीं छोड़ा.