नई दिल्ली। दिल्ली की जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी अक्सर विवादों में रहती है, अब इस यूनिवर्सिटी के साथ एक नया विवाद जुड़ गया है, जिसमें एबीवीपी ने लेफ्ट छात्र संगठन से जुड़े लोगों पर शिवाजी महाराज का अपमान करने का आरोप लगाया है। वहीं लेफ्ट से जुड़े संगठनों ने आईआईटी बॉम्बे के एक स्टूडेंट के […]
नई दिल्ली। दिल्ली की जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी अक्सर विवादों में रहती है, अब इस यूनिवर्सिटी के साथ एक नया विवाद जुड़ गया है, जिसमें एबीवीपी ने लेफ्ट छात्र संगठन से जुड़े लोगों पर शिवाजी महाराज का अपमान करने का आरोप लगाया है। वहीं लेफ्ट से जुड़े संगठनों ने आईआईटी बॉम्बे के एक स्टूडेंट के इंसाफ की मांग को लेकर निकाले गए मार्च के दौरान एबीवीपी के लोगों पर हमला करने का आरोप लगाया है।
वाम समर्थित जेएनयू छात्र संघ ने रविवार को आरोप लगाया कि इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के एक छात्र के लिए न्याय की मांग को लेकर निकाले गए मार्च के बाद अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने कुछ छात्रों पर हमला किया है। हालांकि, एबीवीपी ने इस आरोप से इनकार किया है।
बता दें, आईआईटी बॉम्बे के छात्र दर्शन सोलंकी के लिए न्याय की मांग को लेकर जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय छात्र संघ ने एक कार्यक्रम का आयोजन किया था। अनुसूचित जाति समुदाय के दर्शन सोलंकी ने छात्रावास की सातवी मंजिल से कूदकर खुदकुशी कर ली थी। यह घटना आईआईटी के पवई परिसर में 12 फरवरी को हुई थी। जिसके लिए वाम छात्र संगठन कैंडल मार्च निकाल रहे थे।
एबीवीपी ने वाम छात्रों के आरोप से इनकार करते हुए उल्टा उन पर छत्रपति शिवाजी महाराज का अपमान करने का आरोप लगाया उनका कहना था कि, छत्रपति शिवाजी महाराज की जयंती के मौके पर कैंपस में एक कार्यक्रम आयोजित किया गया था। जिसके तुरंत बाद वामपंथी छात्र वहां आ गए और उन्होंने तस्वीर में लगी माला को उतारकर फेंक दिया।
बता दें, इससे पहले जेएनयू बीबीसी की विवादित डॉक्यूमेंटी की स्क्रीनिंग को लेकर विवादों में आई थी। जिसमें डॉक्यूमेंटी को प्रतिबंधित किए जाने के बाद वामपंथी छात्रों के गुट ने मोबाइल के जरिए डॉक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग करने का आयोजन किया था। इसी दौरान एबीवीपी के लोगों पर पथराव करने का आरोप लगाया गया था।