नई दिल्ली: भारत सरकार के सूत्रों ने ऐसा दावा किया है कि सिंगापुर और हांगकांग में किसी भी भारतीय मसाले पर प्रतिबंध नहीं लगाया गया है। मीडिया रिपोर्ट्स को खारिज करते हुए कहा कि प्रसिद्ध मसाला ब्रांड “एमडीएच” और “एवरेस्ट” के केवल कुछ उत्पाद बैचों को अस्वीकार कर दिया गया था। भारत सरकार ने किया […]
नई दिल्ली: भारत सरकार के सूत्रों ने ऐसा दावा किया है कि सिंगापुर और हांगकांग में किसी भी भारतीय मसाले पर प्रतिबंध नहीं लगाया गया है। मीडिया रिपोर्ट्स को खारिज करते हुए कहा कि प्रसिद्ध मसाला ब्रांड “एमडीएच” और “एवरेस्ट” के केवल कुछ उत्पाद बैचों को अस्वीकार कर दिया गया था।
समाचार एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, एक अधिकारी ने कहा कि भारत सरकार ने दोनों कंपनियों के नमूनों का परीक्षण किया। उनमें से, सभी 18 एमडीएच नमूनों की पहचान मानदंडों के मुताबिक पाई गई। हालाँकि, एवरेस्ट के 12 नमूनों में से कुछ में बड़ी मात्रा में एथिलीन ऑक्साइड था। केंद्र सरकार ने एवरेस्ट को अपने उत्पादों में सुधार करने का आदेश दिए हैं। इसके अलावा कंपनी को ईमेल भी किया लेकिन अभी तक कोई जवाब नहीं मिला है। साथ ही दोनों मसाला निर्माताओं को अपने उत्पादों के उत्पादन, पैकेजिंग, भंडारण और परिवहन में सावधानी बरतने की सलाह दी गई।
यह सुनिश्चित करने के लिए विस्तृत निर्देश भी दिए गए हैं कि उत्पाद सही जगह पर सही ढंग से पहुंचे। इसके अतिरिक्त, मसाला बोर्ड ने यह अनिवार्य कर दिया है कि सिंगापुर और हांगकांग भेजे जाने वाले उत्पादों का शिपमेंट से पहले एथिलीन ऑक्साइड के लिए निरीक्षण और परीक्षण किया जाए।
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