नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट ने मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ अमेरिका के दौरे पर हैं. इस बीच उन्होंने वाशिंगटन डीसी में तीसरी तुलनात्मक संवैधानिक कानून चर्चा में हिस्सा लिया. इस दौरान कार्यक्रम को संबोधित करते हुए चंद्रचूड़ ने कहा कि वे सुप्रीम कोर्ट द्वारा हाल ही में समलैंगिक विवाह को लेकर दिए गए फैसले में अपनी […]
नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट ने मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ अमेरिका के दौरे पर हैं. इस बीच उन्होंने वाशिंगटन डीसी में तीसरी तुलनात्मक संवैधानिक कानून चर्चा में हिस्सा लिया. इस दौरान कार्यक्रम को संबोधित करते हुए चंद्रचूड़ ने कहा कि वे सुप्रीम कोर्ट द्वारा हाल ही में समलैंगिक विवाह को लेकर दिए गए फैसले में अपनी अल्पमत राय पर कायम हैं. बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने हाल ही में सेम सेक्स मैरिज पर फैसला सुनाया था, जिसमें एक राय नहीं बन सकी थी.
चीफ जस्टिस ने कहा कि फैसले सुनाते वक्त मैंने जो कहा उस पर मैं कायम हूं. कभी-कभी यह अंतरात्मा की आवाज और संविधान का वोट होता है. अपने फैसले की व्याख्या करते हुए चंद्रचूड़ ने आगे कहा कि मैं कोर्ट में अल्पमत में थे, जहां पर मेरा मानना था कि समलैंगिक जोड़े एक साथ रहने पर बच्चे गोद ले सकते हैं. वहीं, मेरे तीन साथी जज इस पर असहमत थे. अब इसका निर्णय तो संसद को लेना है.
बता दें कि बीते 17 अक्टूबर को सुप्रीम कोर्ट ने समलैंगिक विवाह को कानूनी मान्यता देने पर अपना फैसला सुनाया. इस दौरान चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ और जस्टिस एसके कौल समलैंगिक संबंधों को मान्यता देने के पक्ष में थे. वहीं बेंच के तीन जजों की राय इससे अलग थी. इस दौरान पांच जजों की संवैधानिक पीठ ने सर्वसम्मत से अपने फैसले में कहा कि शादी करना कोई मौलिक अधिकार नहीं है. इसके साथ ही समलैंगिक विवाह के कानून संबंधित फैसले को शीर्ष अदालत ने संसद के पास भेज दिया.