Citizenship Amendment Bill 2016 in Lok Sabha: लोकसभा में नागरिकता संशोधन बिल 2016 पेश किया गया. इसपर विपक्ष ने अपनी आपत्ती जताई और गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने अपना जवाब दिया. वहीं संसद के बाहर भी इस बिल को लेकर विरोध प्रदर्शन हुआ. इस बिल पर अपनी बात रखते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि ये बिल असम विशेष के लिए नहीं है और इससे सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बाद बनाए जा रहे नेशनस सिटिजन रजिस्टप पर भी कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा. इस बिल के पेश किए जाने के खिलाफ संसद के बाहर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मुखौटा पहनकर विरोध किया गया.
नई दिल्ली. आज लोकसभा में नागरिकता संशोधन बिल 2016 पेश किया गया. इस बिल पर कांग्रेस और कई अन्य विपक्ष पार्टियों ने सवाल उठाए. ये सवाल सरकार के फैसले पर उठाए गए हैं. इस पर सरकार की ओर से गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने जवाब दिया. बता दें कि नागरिकता संशोधन बिल का विरोध कांग्रेस समेत टीएमसी, सीपीआई (एम), एसपी और भाजपा की दो सहयोगी पार्टी असम गण परिषद और शिवसेना भी कर रही हैं. इस बिल के विरोध में शिवसेना और असम गण परिषद समेत विरोध कर रही पार्टियों ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में चल रहे नेशनल सिटिजन रजिस्टर पर बिल का असर होगा.
हालांकि सरकार की ओर से जवाब दे रहे राजनाथ सिंह ने इस बात को खारिज किया है. सरकार चाहती है कि ये बिल लोकसभा में पास हो ताकि इसे बुधवार को राज्यसभा में पेश किया जाए और आम चुनाव से पहले इसे कानून का रूप दिया जाए. बता दें कि नागरिकता संशोधन बिल के तहत पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश से आए छह अल्पसंख्यक समूहों को नागरिकता प्रदान की जाए.
नागरिकता संशोधन बिल 2016 की अहम बातें-
All India Trinamool Congress (TMC) MPs protest against the Citizenship Amendment Bill, 2016 in the Parliament premises. pic.twitter.com/jlww8BjFfO
— ANI (@ANI) January 8, 2019