Citizenship Amendment Act Protest: नागरिकता संशोधन कानून पर देशभर में जारी प्रदर्शन के बीच बीसीसीआई चीफ सौरव गांगुली की बेटी सना गांगुली ने मौजूदा सरकार और आरएसएस पर निशाना साधा है. सना गांगुली ने खुशवंत सिंह की किताब द एंड ऑफ इंडिया के अंश की जिक्र करते हुए, मौजूदा व्यवस्था की तुलना फासीवाद से की है.
कोलकाता. बीसीसीआई अध्यक्ष और क्रिकेटर सौरव गांगुली की बेटी सना गांगुली ने नागरिकता संशोधन विधेयक पर जारी बवाल पर बीजेपी सरकार और आरएसएस पर तीखा हमला बोला है. सना गांगुली ने अपने इंस्टाग्राम स्टोरी पर अपनी बेटी का पोस्ट शेयर किया है. जिसमें उन्होंने मशहूर लेखक खुशवंत सिंह की किताब द एंड ऑफ इंडिया के एक अंश का जिक्र करते हुए देश की मौजूदा स्थितियों की फासीवाद से तुलना की है. सना की इस इंस्टाग्राम स्टोरी का फोटो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है.
खुशवंत सिंह की यह किताब 2003 में पब्लिश हुई थी. इस किताब में 1984 सिख दंगों और 2002 गुजरात दंगों का जिक्र किया गया है और बताया गया है कि कैसे धर्म के नाम पर देश में आग लगाई जा रही है.
सना गांगुली ने खुशवंत सिहं की किताब द एंड ऑफ इंडिया के जिस अंश को शेयर किया है उसमें यह लिखा है-
‘हर फासीवादी शासन को आगे बढ़ने के लिए ऐसे समुदायों और समूहों की जरूरत होती है, जो द्वेष फैला सके. इसकी शुरुआत एक समूह या दो से होती है, लेकिन यह कभी खत्म नहीं होता है. नफरत पर बना एक आंदोलन खुद को लगातार बनाए रखने के लिए केवल भय ही पैदा करता है. आज हममें से जो लोग सुरक्षित महसूस कर रहे हैं, वो इसलिए क्योंकि हम किसी मूर्ख के स्वर्ग में रहने वाले मुसलमान या ईसाई नहीं हैं. संघ के निशाने पर पहले से ही वामपंथी इतिहासकार और पश्चिमी विचारधारा वाले युवा रहे हैं.’
‘कल ये लोग स्कर्ट पहनने वाली महिलाओं से नफरत करेंगे. जो मांस खाते हैं, शराब पीते हैं, विदेशी फिल्मों देखते हैं, मंदिर-तीर्थस्थानों पर नहीं जाते, दंत मंजन के बजाय टूथपेस्ट का उपयोग करते हैं, वैद के बजाय एलोपैथिक चिकित्सकों के पास जाते हैं, जय श्रीराम बोलने के बजाय किस कर या हाथ मिलाकर बात करते हैं, उन सभी से नफरत करेंगे. कोई सुरक्षित नहीं है. अगर हम भारत को जीवित रखने की उम्मीद करते हैं तो हमें इसका एहसास होना चाहिए.’
सौरव गांगुली की बेटी सना गांगुली की उम्र 18 साल है. उन्होंने नागरिकता संशोधन विधेयक के खिलाफ आवाज उठाई है. हालांकि उनके पिता सौरव का इस मामले पर कोई बयान नहीं आया है. दूसरी तरफ अन्य खिलाड़ियों ने भी इस मामले पर चुप्पी बरती हुई है. हालांकि इरफान पठान ने अपनी चुप्पी तोड़ते हुए प्रदर्शनकारियों से हिंसक न होने की अपील की है.
सौरव गांगुली ने कहा यह झूठ है-
बीसीसीआई चीफ सौरव गांगुली ने इस खबर को झूठा बताया है. सौरव गांगुली ने ट्वीट कर लिखा है कि उनकी बेटी सना को इन सब से दूर रखा जाए. यह पोस्ट सच नहीं है. सना एक छोटी लड़की हैं और उन्हें राजनीति के बारे में ज्यादा समझ नहीं है.
Please keep Sana out of all this issues .. this post is not true .. she is too young a girl to know about anything in politics
— Sourav Ganguly (@SGanguly99) December 18, 2019
ये भी पढ़ें-
अभिनेता फरहान अख्तर ने किया नागरिकता कानून का विरोध, IPS अधिकारी ने कहा- एक्टर ने तोड़ा कानून