बेंगलुरु/नई दिल्ली। कर्नाटक के नए मुख्यमंत्री के नाम को लेकर कांग्रेस पार्टी में पिछले कई दिनों से चल रहा मंथन अभी भी जारी है. 13 मई को आए विधानसभा चुनाव परिणाम में स्पष्ट बहुमत हासिल करने वाली कांग्रेस के सामने अब मुख्यमंत्री चुनने की चुनौती है. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के दिल्ली स्थित आवास पर […]
बेंगलुरु/नई दिल्ली। कर्नाटक के नए मुख्यमंत्री के नाम को लेकर कांग्रेस पार्टी में पिछले कई दिनों से चल रहा मंथन अभी भी जारी है. 13 मई को आए विधानसभा चुनाव परिणाम में स्पष्ट बहुमत हासिल करने वाली कांग्रेस के सामने अब मुख्यमंत्री चुनने की चुनौती है. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के दिल्ली स्थित आवास पर लगातार बैठकों का दौर जारी है. वहीं सीएम पद के दोनों दावेदार सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार भी राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में डेरा जमाए हुए हैं.
इस रस्साकशी के बीच गांधी परिवार की भूमिका बढ़ गई है. कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने फिर से सीएम की कुर्सी पाने के लिए गांधी परिवार के घर का दरवाजा खटखटाया है. सिद्धारमैया 10 जनपथ स्थित सोनिया गांधी के आवास पर पहुंचे हैं, यहां वे पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात कर रहे हैं. बता दें कि मानहानि मामले में सांसदी जाने के बाद राहुल को अपना सरकारी आवास खाली करना पड़ा था, उसके बाद से वे अपनी मां के घर पर रह रहे हैं.
#WATCH | Delhi: Congress leader Siddaramaiah arrives at 10, Janpath to meet party leader Rahul Gandhi as the suspense continues over Karnataka CM post pic.twitter.com/CWmTmDctHu
— ANI (@ANI) May 17, 2023
गौरतलब है कि, शनिवार को आए कर्नाटक विधानसभा चुनाव परिणाम में कांग्रेस पार्टी ने प्रचंड बहुमत से जीत दर्ज की. पार्टी को 224 में से 135 सीटें मिलीं. इसके बाद रविवार को बेंगलुरु में कांग्रेस विधायक दल की बैठक हुई, जिसमें सभी विधायकों ने नेता चुनने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को अधिकृत किया. बाद में कांग्रेस अध्यक्ष ने तीनों पर्यवेक्षकों से सभी विधायकों से एक-एक कर बात करने कहा. कांग्रेस विधायकों से वन-टू-वन बात करने के बाद पर्यवेक्षक दिल्ली आए और सोमवार को अपनी रिपोर्ट खड़गे को सौंपी. इसके बाद अब कांग्रेस आलाकमान यानी खड़गे और गांधी परिवार के हाथ में कर्नाटक के अगले मुख्यमंत्री को चुनने की शक्ति है.
हमने कांग्रेस को बहुत कुछ दिया, कर्नाटक में होना चाहिए मुस्लिम डिप्टी सीएम: सुन्नी वक्फ बोर्ड