मुंबई। लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के अध्यक्ष व सांसद चिराग पासवान ने महाराष्ट्र की सियासी में चल रहे घमासान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि शिवसेना नेता उद्धव ठाकरे जो दर्द झेल रहे है, उनके दर्द को समझा जा सकता है. क्योंकि उन्होंने इस परिस्थिति का सामना किया है. महाराष्ट्र में गहरी राजनीतिक उथल-पुथल के […]
मुंबई। लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के अध्यक्ष व सांसद चिराग पासवान ने महाराष्ट्र की सियासी में चल रहे घमासान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि शिवसेना नेता उद्धव ठाकरे जो दर्द झेल रहे है, उनके दर्द को समझा जा सकता है. क्योंकि उन्होंने इस परिस्थिति का सामना किया है.
महाराष्ट्र में गहरी राजनीतिक उथल-पुथल के बीच सांसद चिराग पासवान ने सोमवार इस पर बातचीत करते हुए प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि, ‘शिवसेना नेता उद्धव ठाकरे को उनकी ही पार्टी के नेताओं ने पीठ में छुरा घोंपा है. उसका फायदा अगर कोई तीसरा दल उठाता है तो उसे गलत नहीं कहा जा सकता है. यदि शिवसेना के अपने उनके साथ खड़े होते तो आज यह परिस्थिति देखने को नहीं मिलती. वह भी ऐसी ही परिस्थिति से गुजर चुके हैं. जब बीते साल उनकी पार्टी के नेताओं ने उन्हें धोखा दिया और एक अलग संगठन बनाने पर मजबूर कर दिया था.
दरअसल, बिहार में सत्ताधारी दल जदयू और भाजपा के बीच चल रही खींचतान पर चिराग पासवान ने कहा कि सिर्फ सत्ता का सुख भोगने के लिए दोनों दल सरकार में बने हुए हैं. दोनों दलों के नेता नीतिगत विरोधी होने के बावजूद कुर्सी की लालच में सरकार में साथ हैं. उन्होंने कहा कि एनडीए गठबंधन के भीतर कुछ भी ठीक नहीं चल रहा है.
बता दें कि बीते साल चिराग पासवान के चाचा पशुपति पारस ने उनके खिलाफ तख्तापलट की योजना बनाई थी. पशुपति पारस ने लोक जनशक्ति पार्टी के प्रमुख के रूप में उन्हें बदलकर उनके जगह पर खुद को पार्टी अध्यक्ष बना लिया था. जिसके बाद चिराग पासवान ने अपने गुट का नाम बदलकर लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) कर दिया गया था.
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