नई दिल्ली/पटना: लोक जनशक्ति पार्टी (राम विलास) के प्रमुख और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने लगातार दूसरी बार नरेंद्र मोदी सरकार के फैसले की आलोचना की है. उन्होंने केंद्र सरकार के यूपीएससी में लेटरल एंट्री वाले फैसले का विरोध किया है. इससे पहले चिराग ने सुप्रीम कोर्ट के एससी-एसटी कोटे के अंदर कोटा पर दिए फैसले पर भी अपनी आपत्ति दर्ज कराई थी, जिसकी वजह से मोदी सरकार को असहजता का सामना करना पड़ा था.
बता दें कि चिराग पासवान के हालिया बयानों ने सियासी गलियारों में नई चर्चा छेड़ दी है. खुद को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का हनुमान बताने वाले चिराग का लगातार दूसरी बार मोदी सरकार को असहज करने वाला बयान देना बड़ा सियासी संदेश दे रहा है. लोगों का कहना है कि अगर चिराग ऐसे ही बयानबाजी करते रहे तो वह पीएम मोदी का भरोसा खो सकते हैं.
मालूम हो कि चिराग पासवान की कार्यशैली और व्यक्तित्व को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी काफी पसंद करते हैं. इस बार लोकसभा चुनाव में चिराग के क्षेत्र हाजीपुर में रैली को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने सार्वजनिक रूप से चिराग पासवान की तारीफ की थी. इसके अलावा चुनाव के बाद एनडीए संसदीय दल के नेता चुनाव के दौरान भी पीएम मोदी और चिराग पासवान की अच्छी बॉन्डिंग देखी गई थी.
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