नई दिल्ली: चीन में एक रहस्यमयी बीमारी (China Disease Outbreak) फैल रही है। उत्तरी चीन के बच्चे निमोनिया की बीमारी से ग्रसित हो रहे हैं। आलम यह हो गया है कि यहां एक दिन में अचानक सात हजार केस सामने आ गए हैं। अक्टूबर के मध्य से चीन में “इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारी” के हजारों मामले […]
नई दिल्ली: चीन में एक रहस्यमयी बीमारी (China Disease Outbreak) फैल रही है। उत्तरी चीन के बच्चे निमोनिया की बीमारी से ग्रसित हो रहे हैं। आलम यह हो गया है कि यहां एक दिन में अचानक सात हजार केस सामने आ गए हैं। अक्टूबर के मध्य से चीन में “इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारी” के हजारों मामले सामने आए हैं। इसकी वजह से बीजिंग और लियाओनिंग प्रांत के बाल चिकित्सा अस्पतालों में भारी भीड़ इकट्ठी हो गई है। वहीं, विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने चीन से इसके प्रकोप पर अधिक विवरण मांगा था, जिसे शुक्रवार (24 नवंबर) को चीन ने प्रदान किया।
चीन ने रिपोर्ट सौंप दी है, यह जानकारी डब्ल्यूएचओ ने सोशल मीडिया एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट के जरिए दी है। डब्ल्यूएचओ के मुताबिक, आज (24 नवंबर) चीनी स्वास्थ्य अधिकारियों ने टेलीकांफ्रेंस के जरिए डब्ल्यूएचओ को उत्तरी चीन में बच्चों में सांस की बीमारियों पर अनुरोधित डेटा प्रदान किया। यह डेटा मई से माइकोप्लाज्मा निमोनिया और अक्टूबर से आरएसवी, एडेनोवायरस और इन्फ्लूएंजा वायरस के कारण बच्चों के बाह्य रोगी परामर्श और अस्पताल में प्रवेश में वृद्धि का संकेत देता है।
इनमें से कुछ बढ़ोतरी ऐतिहासिक रूप से अनुभव की तुलना में सीजन की शुरुआत में हुई है, लेकिन COVID-19 प्रतिबंध हटाए जाने के कारण अप्रत्याशित नहीं है, जैसा कि अन्य देशों में भी अनुभव किया गया है। डब्ल्यूएचओ ने आगे पोस्ट में कहा कि वह स्थिति पर बारीकी से नजर रख रहा है और चीन में राष्ट्रीय अधिकारियों के साथ निकट संपर्क में है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, इस बीमारी की वजह से बच्चों में तेज बुखार और फेफड़ों में सूजन था, लेकिन खांसी नहीं थी। खबरें यह भी आ रही हैं कि लियाओनिंग प्रांत में स्थिति अभी गंभीर है। जानकारी के मुताबिक, डालियान चिल्ड्रेन हॉस्पिटल की लॉबी अंतःशिरा ड्रिप प्राप्त करने वाले बीमार बच्चों से भरी है। साथ ही पारंपरिक चीनी चिकित्सा अस्पतालों और केंद्रीय अस्पतालों में भी मरीजों की कतारें लगी हुई हैं।
चीन में फैली इस बीमारी (China Disease Outbreak) पर भारत लगातार नजर बनाए हुए है। आज यानी शुक्रवार (24 नवंबर) को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने प्रेस रिलीज जारी कर कहा कि वह उत्तरी चीन में बच्चों में एवियन इन्फ्लूएंजा वायरस (H9N2) मामलों के फैलने और सांस लेने संबंधी बीमारियों (China Pneumonia) के समूह की बारीकी से निगरानी कर रहा है।
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विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने इस बीमारी के खतरे को कम करने के लिए कुछ उपाय बताए हैं। वो उपाय हैं-
1. टीकाकरण
2. बीमार लोगों से दूरी बनाकर रखना
3. बीमार होने पर घर पर रहना
4. मास्क का इस्तेमाल करना
5. नियमित रूप से हाथ धोना