नई दिल्ली, China Corona Food Crisis कोरोना से बचाव के लिए चीन में इन दिनों ‘जीरो कोविड पॉलिसी’ पर ज़ोर दिया जा रहा है. चीन की सरकार इसके लिए इंसानियत की सभी हदें पार करती दिख रही हैं. घरों में लोगों को कैद करने से लेकर मार्केट्स को सील करना हो या वहां के नागरिकों के बीच खाद्य पदार्थों को लेकर क्राइसिस. चीन की स्थिति बद से बद्द्तर होती नज़र आ रही है. चीनी सरकार के दांवों की मानें तो शिआन में 5 जनवरी के बाद से कोरोना काबू में है. बावजूद इसके चीन के लोगों को घरों से बाहर आने जाने की अनुमति नहीं दी गयी है. घरों को सील कर दिया गया है. किसी भी नागरिक को बाहर आने जाने की सख्त मनाही है.
चीन के लोग कोरोना के खौफ से तो नहीं पर खाना न मिलने से ज़रूर डरे हुए हैं. सूत्रों की माने तो चीन में इस दौरान खाने जैसी मूलभूत चीज़ें भी लोगों के पास बमुश्किल मौजूद है. बीते दिनों, ‘द एपोच टाइम्स’ से बात करते हुए शिआन के यांटा जिले की एक निवासी ने अपना अनुभव साझा किया. उन्होंने बताया कि वह कोरोना पॉजिटिव नहीं हैं बावजूद इसके उनके घर का दरवाजा सील कर दिया गया है. तो फिर मेरा दरवाजा क्यों सील किया गया है? पहले उनके परिसर 21 दिनों के लिए बंद कर देने की बात कही गयी. शुरुआत में उन्होंने खुद को तसल्ली दी लेकिन कुछ दिनों बाद वह निराश हो गई और अब वह अपना मानसिक संतुलन भी खो रहीं हैं.
बात करते हुए उन्होंने बताया की बीते तीन दिनों में उन्होंने और उनके पति ने केवल कुछ ही खाना खरीदा है. उन्हें चिंता इस बात की हैं कि उनके पास खाना जल्द ही ख़तम हो जाएगा. इस डर से वह रोज़ जल्दी सो जाते हैं. इस तरह 3 से 4 बजे तक सो जाने पर वह अपने लिए अगले दिन का भोजन भी बचा पाते हैं. आपको बता दें, उन्होंने यह बातचीत फ़ोन पर की.
चीन की शून्य कोविड रणनीति के तहत करीब 2 करोड़ लोग अपने घरों में कैद हैं. आदेश के अनुसार किसी को भी बाहर जाने की अनुमति नहीं है. यहां तक की ज़रूरी सामान जैसे खाना लेने तक के लिए अनुमति नहीं दी गयी है. इन शहरों में शियान के अलावा आन्यांग और युझोउ भी शामिल है. अब अलाम ये है की वहां के लोगों के घर अब स्टॉक किया गया राशन ख़त्म होने की कगार पर है.
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