बाल दिवस 2017: बाल दिवस के मौके पर देश कर रहा है चाचा नेहरु को याद

1964 में 14 नवंबर को औपचारिक तौर पर राष्‍ट्रीय अवकाश घोषित कर बच्‍चों के लिए देशभर में कार्यक्रम किए जाने लगे. बाद में इस दिन स्‍कूलों में बच्‍चे चाचा नेहरू को याद करते हैं.

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बाल दिवस 2017: बाल दिवस के मौके पर देश कर रहा है चाचा नेहरु को याद

Aanchal Pandey

  • November 14, 2017 8:41 am Asia/KolkataIST, Updated 7 years ago

नई दिल्ली. देश भर में आज बाल दिवस मनाया जा रहा है. वहीं आज भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू की 128वीं जयंती हैं. इस मौके पर पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी और कई कांग्रेसी नेताओं ने श्रद्धांजलि दी है. जवाहर लाल नेहरु बच्चों में चाचा नेहरु के नाम से खासे लोकप्रिय थे. इसलिए उनकी जन्म तिथि को बाल दिवस के रूप में मनाया जाता है. नेहरु का जन्म 14 नवंबर 1889 को इलाहाबाद में हुआ था. उन्हें आधुनिक भारत का ‘निर्माता’ भी कहा जाता है. अंतरराष्ट्रीय स्तर पर 20 नवंबर को बाल दिवस मनाने की परंपरा है. यूनाइटेड नेशंस के इंटरनेशनल चिल्ड्रन्स डे को एक समय तक बाल दिवस के तौर पर मनाया जाता था. 1964 में प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के निधन के बाद सर्वसहमति से ये फैसला लिया गया कि जवाहरलाल नेहरू के जन्मदिन को बाल दिवस के तौर पर माना जाए.

औपचारिक तौर पर 1964 में 14 नवंबर को राष्‍ट्रीय अवकाश घोषित कर बच्‍चों के लिए देशभर में कार्यक्रम किए जाने लगे. बाद में इस दिन स्‍कूलों में बच्‍चे चाचा नेहरू को याद करते हैं. जवाहरलाल नेहरू अपनी जिंदगी को काफी रॉयल अंदाज में जीते थे. वे दिखने में काफी साधारण थे लेकिन उनके रहने का अंदाज काफी शानदार रहा है. पंडित नेहरू ने भारत की आजादी के बाद बच्चों की शिक्षा, प्रगति और कल्याण के लिए बहुत काम किया. उन्होंने विभिन्न शैक्षिक संस्थानों जैसे भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान और भारतीय प्रबंधन संस्थान की स्थापना की थी.

नेहरू ने एक बार कहा था, आज के बच्चे कल के भारत का निर्माण करेंगे. हम जिस तरह से बच्चों की परवरिश करते हैं उससे भारत का भविष्य तय होता है. उनके जन्मदिन के मौके पर हम आपको बताने जा रहे हैं जवाहरलाल नेहरू से जुड़े ऐसे फैक्ट्स, जो बहुत कम लोग जानते हैं. जवाहरलाल नेहरू के पिता मोतीलाल नेहरू इलाहाबाद के बड़े वकील थे. नेहरूजी को बचपन से ही शानदार बीता है. कहा तो ये भी जाता है कि मोतीलाल नेहरू और जवाहरलाल नेहरू के कपड़े लंदन में धुलने जाते थे.

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