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नए साल से पैदा होने वाले बच्चे होंगे जेनरेशन BETA, जानें इस मॉडर्न बेबी की खासियत

आज से यानि 2025 से 2039 के बीच पैदा हुए बच्चों को जेनरेशन बीटा कहा जाएगा. जेनरेशन बीटा के बच्चे AI से प्रो बन सकते हैं. आज जन्म लेने वाले बच्चे जब बड़े होंगे तो वे अपने आसपास उन्नत तकनीक देखकर बड़े होंगे जो पिछली पीढ़ी ने कभी नहीं देखी होगी.

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  • January 1, 2025 10:29 am Asia/KolkataIST, Updated 3 days ago

नई दिल्ली: अभी लोग मिलेनियल्स, जेन जी और जेन अल्फा के बीच अंतर करना जान ही रहे थे कि एक और पीढ़ी आ गई. यह नई पीढ़ी जेनरेशन बीटा है. आपने हाल के दिनों में सोशल मीडिया पर इस नए शब्द के बारे में सुना होगा. जेनरेशन बीटा उस पीढ़ी को कहा जाएगा जिसमें बच्चे 2025 से 2039 के बीच पैदा होंगे. अब तक 2010 से 2024 के बीच पैदा हुए बच्चों को जेन अल्फा कहा जाता था, 1996 से 2010 के बीच पैदा होने वाले बच्चों को जेन जेड कहा जाता था. 1987 से 1996 तक की पीढ़ी को मिलेनियल्स कहा जाता है. आइए जानें कि जेन बीटा हमसे कैसे भिन्न हो सकता है.

जानें क्या है जेनरेशन BETA?

आज से यानि 2025 से 2039 के बीच पैदा हुए बच्चों को जेनरेशन बीटा कहा जाएगा. जेनरेशन बीटा के बच्चे AI से प्रो बन सकते हैं. आज जन्म लेने वाले बच्चे जब बड़े होंगे तो वे अपने आसपास उन्नत तकनीक देखकर बड़े होंगे जो पिछली पीढ़ी ने कभी नहीं देखी होगी. आने वाले समय में मोबाइल और कंप्यूटर को आम चीजों में गिना जा सकता है और आने वाले बच्चे रोबोट और एआई की दुनिया में बड़े होंगे। ये बच्चे आगे चलकर ऑनलाइन से लेकर सोशल मीडिया तक हर चीज में विशेषज्ञ बनेंगे.

मॉडर्न बेबी की खासियत

1. जनरेशन बीटा को लेकर ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं. जिस तरह मिलेनियल्स को ओल्ड स्कूल और जेन जेड को टेक सेवी कहा जाता है, उसी तरह कहा जा रहा है कि जेन बीटा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) में एक्सपर्ट होगा. इस पीढ़ी को स्मार्ट उपकरणों की भी पूरी जानकारी होगी.

2. यह पीढ़ी महामारी के बाद की दुनिया में पैदा हो रही है, इसीलिए उन्हें महामारी से सीखने का मौका मिलेगा. इस पीढ़ी को ऑनलाइन शिक्षा प्रणाली की भी बेहतर समझ होगी.

3. सोशल मीडिया भी इस पीढ़ी की ताकत बन सकता है. इस पीढ़ी के माता-पिता पहले से ही सोशल मीडिया के बारे में पूरी तरह से जागरूक होंगे, इसलिए यह अनुमान लगाया जा रहा है कि इस पीढ़ी की उपस्थिति सोशल मीडिया पर बहुत अधिक होगी और सोशल मीडिया को एक नया आकार भी मिलेगा.

4. इस पीढ़ी के लिए चिंता का एक और विषय यह है कि इसे जनसंख्या परिवर्तन, ग्लोबल वार्मिंग, प्रदूषण, संसाधनों की कमी और पर्यावरणीय क्षति से जूझना पड़ेगा. ये चुनौतियाँ इस पीढ़ी के लिए बनी रहेंगी.

5. जेनरेशन बीटा यानी साल 2025 से 2039 तक पैदा हुए बच्चे 22वीं सदी तक जीवित रहेंगे. यह पीढ़ी वह देख पाएगी जो मिलेनियल्स या जेन जेड नहीं देख पाएंगे.

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