भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में लगभग एक वर्ष ही बचा है, जिसको लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अपने आक्रामक तेवर दिखा रहे हैं। बीते दिन मुख्यमंत्री ने अपने काम में लापरवाही करने वाले दो अधिकारियों को मंच से ही निलंबित कर दिया। शिवपुरी जिले में एक समारोह के दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दो […]
भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में लगभग एक वर्ष ही बचा है, जिसको लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अपने आक्रामक तेवर दिखा रहे हैं। बीते दिन मुख्यमंत्री ने अपने काम में लापरवाही करने वाले दो अधिकारियों को मंच से ही निलंबित कर दिया। शिवपुरी जिले में एक समारोह के दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दो अधिकारियों को निलंबित करते हुए सरकारी पदों को भरे जाने की घोषणा भी कर दी।
हम आपको बता दें कि यह पहली बार नहीं है जब सीएम चौहान ने ऐसा किया है, वह पहले भी इस तरह के फैसले ले चुके हैं।
मामला शुक्रवार का है जब शिवपुरी जिले में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान मंच के माध्यम से लोगों को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होने दो अधिकारियों को ऑन द स्पॉट सस्पेंड कर दिया साथ ही 15 अगस्त 2023 तक एक लाख सरकारी पदों को भरने की घोषणा भी सार्वजनिक कर दी। उन्होने शिवपुरी जिले के लिए एक नगर निगम की स्थापना की भी घोषणा की है।
सीएम चौहान ने जिले में 135 करोड़ रुपए के विकास कर्यों का लोकर्पण भी किया और कहा की अच्छे काम करने वाले अधिकारियों को मैं गले से लगाऊंगा उन्हे कंधें पर भी उठाऊंगा, लेकिन गलत काम करने वालों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होने शिवपुरी के मुख्य नगरपालिका अधिकारी(सीएमओ) और पिछोर शहर के कनिष्ठ आपूर्त अधिकारी को निलंबित करने की घोषणा कर दी।
गौरतलब है कि सीएम चौहान इस तरह के तेवर पहले भी दिखा चुके हैं, पिछले दिनों भी उन्होने कई अधिकारियों को मंच से ही निलंबित करने का आदेश दिया था, इतना ही नहीं सीएम चौहान इन दिनो बिना बताए किसी भी गांव का निरिक्षण करने अचानक ही पहुंच जा रहे हैं। गलतियां मिलने पर तत्काल ही जिम्मेदार अधिकारियों पर एक्शन ले रहे हैं।