दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी को उनके सरकारी आवास से जबरन बाहर कर दिया गया है। पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों ने पहुंचकर उनके सामान को बाहर
नई दिल्ली: दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी को उनके सरकारी आवास से जबरन बाहर कर दिया गया है। पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों ने पहुंचकर उनके सामान को बाहर निकाल दिया। आम आदमी पार्टी (AAP) ने आरोप लगाया है कि उपराज्यपाल (LG) के आदेश पर आतिशी का आवास खाली कराया गया, और उनका सारा सामान बाहर निकाला गया है।
AAP ने कहा है कि ये देश के इतिहास में पहली बार हुआ है कि किसी मुख्यमंत्री का आवास जबरन खाली करवाया गया हो। पार्टी का आरोप है कि एलजी ने भाजपा के इशारे पर यह कार्रवाई की है। AAP का कहना है कि भाजपा अब मुख्यमंत्री आवास पर कब्जा जमाने की कोशिश कर रही है, और एलजी किसी बड़े भाजपा नेता को ये आवास आवंटित करने की तैयारी कर रहे हैं।
संजय सिंह ने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि जब अरविंद केजरीवाल ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देकर बंगला खाली कर दिया था, तो आतिशी को वह आवास मिलना चाहिए था। लेकिन अब भाजपा इसे हड़पने की कोशिश कर रही है। उन्होंने दावा किया कि मुख्यमंत्री का अस्थायी कार्यालय भी खाली करा लिया गया है।
वहीं, दिल्ली विधानसभा में विपक्ष के नेता विजेंद्र गुप्ता ने आरोप लगाया कि आतिशी बंगले में गैरकानूनी तरीके से रह रही थीं। उन्होंने मांग की कि बंगले को सील किया जाए। भाजपा ने दावा किया कि केजरीवाल ने अभी तक बंगला सही तरीके से लोक निर्माण विभाग (PWD) को नहीं सौंपा है और चाबियां अब भी उनके पास हैं।
संजय सिंह ने भाजपा के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि अरविंद केजरीवाल ने बंगला पूरी तरह से खाली कर दिया है। उन्होंने कहा कि भाजपा चुनाव नहीं जीत सकी, तो अब वो इस तरह से मुख्यमंत्री आवास पर कब्जा करने की कोशिश कर रही है।
इस पूरे घटनाक्रम पर राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है और इसे लेकर आम आदमी पार्टी और भाजपा के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है।
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