जयपुर: भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने रिश्वतखोरी के मामले में आज यानी शुक्रवार को बड़ी कार्रवाई की है. एसीबी की टीम ने जिला उद्योग केन्द्र टोंक के मुख्य प्रबंधक सहित 3 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है.
जयपुर: भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने रिश्वतखोरी के मामले में आज यानी शुक्रवार को बड़ी कार्रवाई की है. एसीबी की टीम ने जिला उद्योग केन्द्र टोंक के मुख्य प्रबंधक सहित 3 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. एसीबी के महानिदेशक डॉ. रवि प्रकाश मेहरड़ा ने बताया कि इस मामले में अलग-अलग टीम कार्रवाई की. कार्रवाई के दौरान जिला उद्योग केन्द्र टोंक के मुख्य प्रबंधक सुल्तान सिंह मीणा को संदिग्ध तौर पर 1 लाख रुपये की रिश्वत लेते-देते पकड़ लिया. उन्होंने बताया कि लेनदेन जिला उद्योग केन्द्र टोंक के मुख्य प्रबंधक सुल्तान सिंह मीणा के आवास पर किया जा रहा था.
इस मामले में आरोपी चार्टेड अकाउंटेंट जयंत जैन भी पकड़ा गया है. एसीबी के महानिदेशक ने बताया कि ब्यूरो मुख्यालय को गोपनीय सूचना मिली थी कि गलत ऋण पास करने, फर्जी बिलों के आधार पर अयोग्य व्यक्तियों को अनुचित लाभ, विभिन्न औद्योगिक विकास योजनाओं की गलत रिपोर्ट बनाने के एवज में रिश्वत का लेनदेन किया जा रहा है. इसके बाद एसीबी की टीम ने शिकायत का सत्यापन किया तो शिकायत सही निकला.
महानिदेशक ने बताया कि कार्रवाई के लिए एसीबी की टीम को एक्टिव किया गया, जिसमें टीम ने आरोपियों को अरेस्ट कर लिया. उन्होंने बताया कि मामले में संलिप्तता के आधार पर आरोपी चार्टेड अकाउंटेंट को अरेस्ट किया गया है. टोंक स्थित खंडेलवाल आवास की तलाशी में 15 लाख रुपये से ज्यादा की राशि बरामद की गई. राशि जब्त करने के बाद आगे की कार्रवाई की जा रही है.
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