नई दिल्ली/ बीते शनिवार को बीजापुर- सुकमा ज़िले की सीमा पर जोनागुड़ा गांव के पास नक्सलियों और सुरक्षा बलों के बीच मुठभेड़ में 22 जवान शहीद हो गए थे और 31 सुरक्षाकर्मी घायल हो गए थे. इस हमले में लापता सीआरपीएफ की कोबरा बटालियन का एक जवान उनके कब्जे में था. अब बीजापुर में नक्सलियों और सुरक्षा जवानों के बीच हुई मुठभेड़ के बाद बंधक बनाए गए कोबरा बटालियन के जवान राकेश्वर सिंह मनहास को रिहा कर दिया गया है. जानकारी के लिए बता दे कि राकेश्वर सिंह को नक्सलियों ने बीजापुर हमले के बाद बंधक बना लिया था.
राकेश्वर सिंह मनहास को बीते शनिवार को बंधक बनाने के बाद आज गुरुवार शाम को वापस भेज दिया गया है. हालांकि इससे पहले जवान को वापस लाने के लिए बस्तर की सामाजिक कार्यकर्ता सोनी सोरी गई थीं लेकिन उन्हें नक्सलियों ने लौटा दिया था, और राकेश्वर को रिहा नहीं किया था. बीते बुधवार को सोनी सोरी फिर से कुछ स्थानीय पत्रकारों के साथ जंगल गईं थीं. जवान राकेश्वर को रिहा कराने तब उनकी मुलाकात नक्सली लीडर से हुई थी लेकिन उन्होंने बंधक जवान राकेश्वर सिंह मनहास को रिहा करने से उस समय मना कर दिया था.
बता दें कि सीआरपीएफ कोबरा बटालियन के जवान राकेश्वर सिंह मनहास कोथियन जम्मू कश्मीर निवासी हैं. उनकी पदस्थापना बीजापुर जिले में है. नक्सलियों के खिलाफ आपरेशन में वह भी शामिल थे और मुठभेड़ के बाद से उन्हें लापता बताया जा रहा था.
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