भारत में चीता वापसी: नई दिल्ली। प्रधानमंत्री मोदी ने आज अपने जन्मदिवस के अवसर पर मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में नामीबिया से आए चीतों को छोड़ा। इस दौरान जारी वीडियो संदेश में उन्होंने कहा कि आज भारत की धरती पर चीते वापस लौट आए हैं। इसके लिए मित्र देश नामीबिया का धन्यवाद। देश […]
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री मोदी ने आज अपने जन्मदिवस के अवसर पर मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में नामीबिया से आए चीतों को छोड़ा। इस दौरान जारी वीडियो संदेश में उन्होंने कहा कि आज भारत की धरती पर चीते वापस लौट आए हैं। इसके लिए मित्र देश नामीबिया का धन्यवाद।
पीएम मोदी ने कहा कि दशकों पहले देश से जैव-विविधता की सदियों पुरानी जो कड़ी टूट गई थी,, विलुप्त हो गई थी, आज हमें उसे फिर से जोड़ने में कामयाब हुए हैं। आज भारत की धरती पर चीता वापस लौट आया हैं। इस मौके पर मैं ये कहूँगा कि इन चीतों के साथ ही भारत की प्रकृति प्रेमी चेतना भी पूरी शक्ति से जागृत हो गई है।
भारत में चीता वापसी पर प्रधानमंत्री ने कहा कि मैं हमारे मित्र देश नामीबिया और वहाँ की सरकार को धन्यवाद देना चाहता हूँ, जिनके सहयोग से 70 सालों के बाद भारत की धरती पर चीते वापस लौटे हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि ये देश का दुर्भाग्य रहा कि हमने 1952 में चीतों को भारत से विलुप्त तो घोषित कर दिया, लेकिन उनके पुनर्वास के लिए दशकों तक कोई भी सार्थक प्रयास नहीं हुआ। आज देश आजादी के अमृतकाल में नई ऊर्जा के साथ चीतों के पुनर्वास के लिए जुट गया है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत इन चीतों को अंतरराष्ट्रीय गाइडलाइन्स पर चलते हुए बसाने की पूरी कोशिश कर रहा है। हमें अपने इन प्रयासों को विफल नहीं होने देना है।
पीएम ने कहा कि देशवासियों को कुनो नेशनल पार्क में छोड़े गए चीतों को देखने के लिए कुछ महीने का धैर्य दिखाना होगा। उन्हें इंतजार करना होगा। आज ये चीते हमारे मेहमान बनकर आए हैं। इस क्षेत्र से वो अनजान हैं। कुनो नेशनल पार्क को ये चीते अब अपना घर बना पाएं, इसके लिए हमें इन्हें कुछ महीने का समय देना होगा।
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