नई दिल्लीः छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के बीच महादेव बेटिंग ऐप का मामला खबरों में है। इस केस में ईडी ने सीएम भूपेश बघेल को लेकर बड़ा दावा किया है। ईडी ने कहा है कि महादेव बेटिंग ऐप के प्रमोटर ने भूपेश बघेल को 508 करोड़ रकम दिए हैं। ईडी के इन आरोपों पर अब सीएम […]
नई दिल्लीः छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के बीच महादेव बेटिंग ऐप का मामला खबरों में है। इस केस में ईडी ने सीएम भूपेश बघेल को लेकर बड़ा दावा किया है। ईडी ने कहा है कि महादेव बेटिंग ऐप के प्रमोटर ने भूपेश बघेल को 508 करोड़ रकम दिए हैं। ईडी के इन आरोपों पर अब सीएम बघेल ने बीजेपी पर हमला बोला है। रायपुर में प्रेस से बात करते हुए जब मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से ईडी के आरोपों पर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि 17 नवंबर तक सब लोग इसका मजा लेने दे। इससे वोटिंग पर कोई असर नहीं पड़ेगा। उन्होंने कहा कि मैं कह रहा हूं कि बीजेपी खुद चुनाव नहीं लड़ रही है। वो ईडी और आईटी के द्वारा चुनाव लड़ रहे हैं।
बीजेपी पर हमला करते हुए छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री ने कहा कि 17 तारीख तक ऐसे ही कहानी आती रहेगी। कभी किसी का नाम आएगा, कभी कुछ आएगा। भाजपा को पता है कि वो हार रही है। इनको अपने आकाओं के लिए छत्तीसगढ़ की खदानें चाहिए। मैं बार – बार कह रहा हूं कि बीजेपी खुद चुनाव नहीं लड़ रही है, वे ईडी और आईटी के जरिए चुनाव लड़ रहे हैं।
जानकारी के मुताबिक, केंद्र सरकार ने प्रवर्तन निदेशालय के अनुरोध पर महादेव ऐप समेत 22 सट्टेबाजी वाले ऐप्स और वेबसाइट पर रोक लगाने का आदेश जारी किया है। प्रवर्तन निदेशालय ने अवैध सट्टेबाजी करवाने वाले इस ऐप के सिंडिकेट के खिलाफ जांच की है। इस मामले में जबरदस्त तरीके से छत्तीसगढ़ समेत कई जगहों पर छापेमारी भी की गई है और कई लोगों को दबोचा गया है। इन सब कार्रवाइयों के बाद अब केंद्र सरकार की तरह से सट्टेबाजी वाले ऐप्स पर रोक लगाने का फैसला किया गया है।
महादेव बेटिंग ऐप मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने 21 अक्टूबर को पहली चार्जशीट दायर की थी। इसमें कुल मिलाकर 14 लोगों को आरोपीत किया गया है। इसमें बेटिंग ऐप के प्रमोटर्स सौरभ चंद्राकर और उसका सहयोगी रवि उप्पल का नाम भी शामिल हैं। ईडी ने रायपुर की पीएमएलए कोर्ट को बताया था कि उसने 41 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की है। जांच एजेंसी का कहना था कि ये मामला 6000 करोड़ रुपये के गबन का है।