नई दिल्ली: चार धाम यात्रा की शुरुआत आज से होने जा रही है। आज ही यमुनोत्री और गंगोत्री के कपाट भी खुलेंगे। चारधाम यात्रा के लिए नेगेटिव RT-PCR रिपोर्ट अनिवार्य है। आज अक्षय तृतीया के मौके पर यमुनोत्री मंदिर के कपाट खुलने के साथ ही चारधाम की यात्रा शुरू हो रही है। भगवान भोलेनाथ के […]
नई दिल्ली: चार धाम यात्रा की शुरुआत आज से होने जा रही है। आज ही यमुनोत्री और गंगोत्री के कपाट भी खुलेंगे। चारधाम यात्रा के लिए नेगेटिव RT-PCR रिपोर्ट अनिवार्य है। आज अक्षय तृतीया के मौके पर यमुनोत्री मंदिर के कपाट खुलने के साथ ही चारधाम की यात्रा शुरू हो रही है। भगवान भोलेनाथ के मंदिर केदारनाथ के कपाट जहाँ 6 मई को खुलेंगे, वहीं बद्रीनाथ के द्वार 8 मई से श्रद्धालुओं के लिए खुल जाएंगे। अक्षय तृतिया के पर्व पर गंगोत्री धाम के कपाट सुबह 11:15 बजे खुलेंगे, वहीं यमुनोत्री धाम कपाट दोपहर 12:15 बजे खुलेंगे।
पिछले 2 साल से चल रहे कोविड-19 के चलते चार धाम यात्रा बाधित रही थी। लेकिन इस बार रिकॉर्ड स्तर पर श्रद्धालुओं के यात्रा के लिए पहुंचने का अनुमान है। इसलिए उत्तराखंड सरकार ने चारों धाम में प्रतिदिन यात्रा के लिए तीर्थयात्रियों की संख्या को तय कर दिया है। आज से शुरू हो रही चारधाम यात्रा के तहत बद्रीनाथ में प्रतिदिन अधिकतम 15,000 श्रद्धालु, केदारनाथ में 12,000, गंगोत्री में 7,000 और यमुनोत्री में 4,000 तीर्थयात्री दर्शन कर सकेंगे. सरकार द्वारा यह व्यवस्था फिलहाल शुरूआत के 45 दिनों के लिए की गई है।
चारधाम यात्रा में तीर्थयात्रियों की सुरक्षा के मद्देनजर उत्तराखंड सरकार ने यात्रा के मार्गो पर रात 10:00 बजे से सुबह 4:00 बजे तक वाहनों के आवागमन पर पूर्ण रूप से रोक लगाई है। साथ ही इस बार कोविड-19 गाइडलाइंस में सरकार ने यात्रियों को रिलैक्सेशन देते हुए कोविड रिपोर्ट को अनिवार्य नही किया है। यानी तीर्थयात्री अब बिना कोविड रिपोर्ट के भी चार धाम की यात्रा कर सकेंगे। सरकार द्वारा यह कदम इसलिए उठाया गया है ताकि जो भी तीर्थयात्री शहर के बाहर से आते हैं उन्हें शहर में प्रवेश के दौरान कोई दिक्कत न आए। साथ ही सरकार ने अधिकारियों से स्थिति पर नजर बनाए रखने के लिए कहा है यदि स्थिति बिगड़ती है तो एक बार फिर कोविड-19 को अनिवार्य सरकार कर सकती है।