Chandrayan 2 Launch: भारत के दूसरे मून मिशन चंद्रयान 2 के लॉन्च होने में महज कुछ ही घंटे शेष हैं. रात 2.51 बजे चंद्रयान 2 को श्रीहरिकोटा के सतीश धवन स्पेस सेंटर से छोड़ा जाएगा. बता दें कि 44 मीटर लंबे और 640 टन वजनी जीएसएलवी एमके 3 रॉकेट को बाहुबली और फैट ब्वॉय नाम दिया गया है. इसमें 3870 किलो का चंद्रयान है.
Chandrayan 2 Launch: भारत के दूसरे मून मिशन चंद्रयान 2 के लॉन्च होने में महज कुछ ही घंटे शेष हैं. रात 2.51 बजे चंद्रयान 2 को श्रीहरिकोटा के सतीश धवन स्पेस सेंटर से छोड़ा जाएगा. बता दें कि 44 मीटर लंबे और 640 टन वजनी जीएसएलवी एमके 3 रॉकेट को बाहुबली और फैट ब्वॉय नाम दिया गया है. इसमें 3870 किलो का चंद्रयान है. 375 करोड़ रुपए का जीएसएलवी मार्क 3 रॉकेट 603 करोड़ रुपए के चंद्रयान-2 के साथ उड़ान भरेगा.
बता दें कि धरती और चंद्रमा के बीच की दूरी लगभग 3.84 लाख किलोमीटर है. वहां से चंद्रमा के लिए लंबी यात्रा से शुरू होगी. चंद्रयान 2 में लैंडर विक्रम और रोवर प्रज्ञान चंद्रमा की सतह पर जाएगा. लैंडर विक्रम 6 और 7 सितंबर को चांद पर पहुंचेगा और उसके बाद वह जानकारी भेजना शुरू करेगा. इसरो ने देश की सेना, नौसेना, वायुसेना, कार्गो सुविधाओं, पानी जहाजों, छोटे नाविकों, नागरिक विमानन के लिए गगन और आईआरएनएसएस नाविक जैसे नेविगेशन उपग्रह प्रणाली विकसित कर लॉन्च कर चुकी है.
श्रीहरिकोटा में इसरो के दूसरे चंद्र अभियान, चंद्रयान-2 की लॉन्चिंग की तैयारी पूरी हो चुकी है. रॉकेटमें क्रायोजेनिक स्टेज पर लिक्विड ऑक्सीजन भरने का काम शुरू हो चुका है. भारत इतिहास रचने से महज कुछ ही घंटे दूर हैं. इसरो के वैज्ञानिक ने 1987 से अब तक सुदूर ग्रहों के अध्ययन के लिए 7 उपग्रह लॉन्च किए हैं. भारत के दूसरे मून मिशन की विदेशी मीडिया में खूब चर्चा हो रही है. भारत के मून मिशन चंद्रयान 2 को हॉलीवुड फिल्म एवेंजर्स एंडगेम से भी सस्ता बताया जा रहा है.
बता दें कि इसरों के चार शुरुआती उपग्रह प्रायोगिक थे. इसके बाद 22 अक्टूबर 2008 को चंद्रयान-1 लॉन्च किया गया. 2013 में मंगलयान और 2015 में एस्ट्रोसेट का प्रक्षेपण किया गया था. 1987 में अब तक सिर्फ एक लॉन्चिंग ही फेल हुई थी. उसके बाद से एक भी नहीं, श्रीहरिकोटा में बूंदा बांदी शुरू हो गई है. रात 2 बजकर 51 मिनट पर चंद्रयान 2 लॉन्च किया जाएगा.