नई दिल्ली: चंद्रमा के लिए भारत के तीसरे मिशन चंद्रयान-3 का आज शुक्रवार (14 जुलाई) दोपहर 2:35 बजे श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से प्रक्षेपण होगा। वहीं इसके लिए कल गुरुवार दोपहर 1:05 बजे से 25:30 घंटे का काउंटडाउन शुरू हो चुका है। चंद्रयान-3 के जरिए भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) चंद्रमा के दक्षिणी […]
नई दिल्ली: चंद्रमा के लिए भारत के तीसरे मिशन चंद्रयान-3 का आज शुक्रवार (14 जुलाई) दोपहर 2:35 बजे श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से प्रक्षेपण होगा। वहीं इसके लिए कल गुरुवार दोपहर 1:05 बजे से 25:30 घंटे का काउंटडाउन शुरू हो चुका है। चंद्रयान-3 के जरिए भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर लैंडर उतारेगा। वहीं इस मिशन के सफल रहने पर भारत दक्षिणी ध्रुव पर उतारने वाला पहला और चंद्रमा पर यान उतारने वाला चौथा देश बन जाएगा। बता दें कि अभी तक अमेरिका, रूस और चीन ही चंद्रमा पर यान उतार सके हैं।
बताया जा रहा है कि चंद्रयान-3 का प्रक्षेपण अंतरिक्ष में भारी उपग्रह ले जाने के लिए बने रॉकेट एलवीएम-3 एम4 (पूर्व नाम – जीएसएलवी मार्क 3) से होगा। इससे तकरीबन एक महीने बाद 23 या 24 अगस्त को चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर लैंडर विक्रम की सॉफ्ट लैंडिंग करवाई जाएगी। इतना ही नहीं अभी तक चंद्रमा का यह हिस्सा मानव की नजरों से छिपा रहा है।
दरअसल लैंडर विक्रम और रोवर प्रज्ञान चंद्रमा की सतह पर एक दिन में 14 पृथ्वी दिवस के बराबर अपना काम और परीक्षण करेंगे। बता दें कि यह वक्त चंद्रमा के एक दिन के बराबर होगा। ISRO के पूर्व निदेशक के सिवन का कहना है कि चंद्रयान-3 की सफलता देश के अगले प्रमुख मिशन गगनयान को हौसला देगी। पूर्व निदेशक के कार्यकाल में साल 2019 में चंद्रयान-2 मिशन भेजा गया था, जिसमें लैंडर को चंद्रमा पर उतारने में सफलता प्राप्त नहीं हो पाई थी।